नई दिल्ली: भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र पर हमला बोलते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने विधायकों के साथ बुधवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में शामिल होने के लिए कर्नाटक से भारी संख्या में नेता और कार्यकर्ता पहुंचे थे. कांग्रेस विधायक और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियंक खड़गे भी इस प्रदर्शन में शामिल हुए. कांग्रेस के सभी नेताओं ने फंड जारी करने की मांग को लेकर केंद्र के खिलाफ नारे लगाए.
बातचीत के दौरान कर्नाटक के शिवाजी नगर से विधायक रिजवान अरशद ने कहा, "पूरे हिंदुस्तान में दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा टैक्स हम देते हैं. लेकिन हमें वापस बहुत कम फंड मिलता है. जब से जीएसटी लगाया गया है तब से टैक्स का कमीशन भी घटा दिया गया. केंद्र सरकार ने हमसे वादा किया था कि हम कंपनसेशन आपके लिए करेंगे. इसकी भरपाई हम करेंगे, लेकिन हमारे लिए कोई भरपाई नहीं की गई.
रिजवान अरशद ने कहा, "राज्यों को वित्तीय संसाधन देने का मौजूदा फॉर्मूला 14वें और 15वें वित्त आयोग का बनाया हुआ है. 14वें वित्त आयोग और 15 में वित्तीय आयु के बावजूद टैक्स घटता जा रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की नाइंसाफी और भेद-भावपूर्ण नीतियों के कारण साल 2017-18 के बाद से अब तक कर्नाटक सरकार को 1.87 लाख करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है."
कर्नाटक के हंगल विधानसभा से विधायक श्रीनिवास माने ने कहा, 'कांग्रेस नेता 'चलो दिल्ली' आह्वान के तहत दिल्ली आए हैं. मोदी सरकार अपनी मनमानी कर रही है. आज एक दिवसीय प्रदर्शन है और हम अपनी मांगों को लेकर लगातार आवाज उठाते रहेंगे. जब तक हमारी मांग केंद्र सरकार मान नहीं लेती है.'