हजारीबागः सांसद जयंत सिन्हा के बेटे अशिर सिन्हा को राजनीति पसंद नहीं है. वो इसे सबसे बड़ी चुनौती मानते हैं. 23 वर्षीय अशिर सिन्हा राजनीति के बजाय अपना करियर फैशन की दुनिया में बनाना चाहते हैं. इसके साथ ही साथ अगर मौका मिल गया तो फिल्मी दुनिया में सितारा भी बनना चाहते हैं. हजारीबाग के लिए वो हेल्थ फिटनेस पर काम करना चाहते हैं. लेकिन राजनीति से उन्हें लगाव नहीं है.
झारखंड का एक ऐसा परिवार जो पिछले 25 सालों से राजनीति के क्षेत्र में है. यशवंत सिन्हा देश के वित्त एवं विदेश मंत्री बने. अटल काल में भाजपा के कद्दावर नेता के रूप में पूरे देश भर में अपनी पहचान बनाई. यही नहीं विदेश में भी भारत का नाम रोशन किया. उनके बेटे जयंत सिन्हा मोदी काल में राज्य उड्डयन मंत्री बने. इस दौरान उन्होंने जम कर देश के लिए काम किया. विदेश में जाकर देश का प्रतिनिधित्व किया. 10 सालों तक हजारीबाग जिले का संसद भवन में प्रतिनिधित्व किया. हजारीबाग को कई सौगात दिए.
उनके बेटे अशिर सिन्हा राजनीति में अपना करियर नहीं बनाना चाहते हैं. वो चाहते हैं कि युवा वर्ग के लिए काम किया जाए. आज की युवा पीढ़ी नशे की दुनिया में देखे जा रहे हैं. इसे देखकर अशिर सिन्हा भी चिंतित हैं. उनका कहना है कि युवा अगर भटक जाएगा तो समाज के लिए अच्छा नहीं है. फिट हजारीबाग कांसेप्ट पर वो काम करना चाहते हैं. यही नहीं फैशन की दुनिया उन्होंने अपना कदम भी रखा है. भविष्य में फिल्मी दुनिया में अगर काम करने का मौका मिला तो वो भी करना चाहते हैं. 23 वर्ष के अशिर के सोच के सामने दादा दादी और माता पिता भी उनके कायल हैं.
अशिर सिन्हा से ईटीवी भारत संवाददाता गौरव प्रकाश ने बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर चर्चा की. सभी सवालों के बड़े ही सादगी से जवाब दिए. अपने फ्यूचर प्लान के बारे में बताया.
सवालः अशिर आपने पढ़ाई कहां से की है और आप किस क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं?
जवाबः अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई और दिल्ली से प्राप्त किया है और इसके बाद यूएस में उच्च शिक्षा भी हासिल की है. यूएस में ही अंडर ग्रेजुएट ड्रामा के फील्ड में पढ़ाई की. यूएस के एक मॉडल एजेंसी को ज्वाइन किया. कम उम्र में उन्होंने लंदन फैशन वीक में 3 बार वॉक किया है. यही नहीं विश्व का सबसे बड़ा जहां से फैशन की शुरुआत होती है मिलान फैशन वीक में भी हिस्सा लिया. इसके अलावा पेरिस में फैशन वीक में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. सिर्फ राजनीति से ही देश सेवा नहीं हो सकती. कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां काम किया जा सकता है. स्कूल, बड़ी बड़ी फैक्ट्री, अस्पताल, फिटनेस. ये सब ऐसे क्षेत्र हैं, जहां काम करने से देश के लोगों को लाभ मिलेगा.
सवालः आपके जीवन का गोल क्या है
जवाबः हजारीबाग के लिए कुछ करना चाहता हूं. व्यवसाय के जरिए हजारीबाग और यहां के लोगों के लिए कुछ विशेष करने की चाहत है. मिलान फैशन वीक में हजारीबाग की लोक कलाकृति सोहराब कला को भी पहचान दिलवाने की कोशिश की है. वहां के डिजाइनर कलाकारों को इस कला के बारे में बताया और वो काफी उत्सुक भी हुए. देश में फिटनेस कल्चर पर काम करना चाहता हूं. आज का युवा नशा की दुनिया जा रहा है इसे रोकना भी बेहद जरूरी है.
सवालः आपका रोल मॉडल कौन है
जवाबः अपने दादा यशवंत सिन्हा को सबसे बड़ा आदर्श मानता हूं. वो एक क्रांतिकारी नेता हैं और लोकतंत्र के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. अपने पिता, अपनी माता और अपनी दादी तीनों से काफी प्रभावित हूं. जीवन में कई रोल मॉडल हैं. सोनू सूद से भी काफी प्रभावित हूं. जीवन में जो भी व्यक्ति अच्छा करता है उसकी अच्छाई से सीख लेना चाहिए.
सवालः घर में क्या करते हैं
जवाबः यह मेरी मिट्टी है और मिट्टी की ओर खींचे चले आ रहे हैं. पढ़ाई समाप्त होने के बाद अधिकतर समय हजारीबाग में बिताना चाहता हूं और जब यूएस में था तो ईटीवी भारत पर अपने पिता का इंटरव्यू देखा करता था. इसके अलावा कई खबर से जुड़े हुए रहता था. ऐसे में शुरू से ही हजारीबाग से लगा रहा है. यही नहीं घर से काफी लगाव होने के कारण मन भी बाहर नहीं लगता था. हजारीबाग के लोग काफी ईमानदार हैं. इस कारण यहा से खिंचाव हरदम रहा है.
सवालः आपकी हॉबी क्या है
जवाबः घूमना बेहद पसंद है. जिम करना भी पसंद है. तेज दौड़ना चाहता हूं. इसके अलावा इंटरव्यू देना, म्यूजिक सुनना, स्वादिष्ट खाना खाना पसंद है. अलग अलग राज्य, देश, घूमने से यह लाभ मिलता है कि उनकी संस्कृति सभ्यता को नजदीक से समझ सकते हैं.
सवालः क्या आप राजनीति में आना चाहते हैं.
जवाबः राजनीति में किसी भी तरह की रुचि अभी नहीं है और यह मेरे बस की बात भी नहीं है. फिटनेस और अपने करियर में ध्यान देना चाहता हूं. राजनीति में नहीं. पिछले दिनों कांग्रेस के कार्यक्रम में देखने के लिए गया था कि कैसे कैंपेनिंग होती है? नेता कैसे भाषण देते हैं लोग कैसे जूझते हैं यह उत्सुकता थी न कि राजनीति में जाने की.
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