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वाइल्डलाइफ एसओएस ने हाथियों के लिए कंबल का किया इंतजाम, बाड़ों में लगाई गई हैलोजन लाइट्स

डायरेक्टर कंजर्वेशन प्रोजेक्ट वाइल्डलाइफ एसओएस बैजूराज ने दी जानकारी.

वाइल्डलाइफ एसओएस का विशेष इंतजाम
वाइल्डलाइफ एसओएस का विशेष इंतजाम (Photo credit: ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 10 hours ago

मथुरा : धीरे-धीरे बढ़ रही ठंडक व सर्द हवाओं से भालू और हाथियों को बचाने के लिए वाइल्डलाइफ एसओएस ने विशेष इंतजाम किए हैं. वाइल्डलाइफ एसओएस ने स्लॉथ भालुओं और हाथियों को गर्म स्वस्थ और आरामदायक वातावरण प्रदान करने के लिए उपाय शुरू कर दिए हैं.

वाइल्डलाइफ एसओएस का विशेष इंतजाम (Video credit: ETV Bharat)

वाइल्डलाइफ एसओएस के अधिकारी ने बताया कि मथुरा के हाथी संरक्षण और देखभाल केंद्र में बचाए गए हाथियों को ठंड से बचाने के लिए उपाय शुरू कर दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि अतिरिक्त इंसुलेशन परत के साथ तैयार किए गए ऊनी कंबल, ज्यादा उम्र वाले हाथियों को चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जा रही हैं. बाड़ों में ठंडी हवाओं को घूमने से रोकने के लिए हैलोजन लाइट और तिरपाल कवर भी लगाए जा रहे हैं. लौंग और तिल के तेल से हाथियों की मालिश की जा रही है, जिससे खून का संरक्षण बढ़ सके और अर्थराइटिस जैसी बीमारियों से राहत मिल सके. पाचन और शरीर में अंदरुनी गर्मी को बढ़ाने के लिए हाथियों को गुड मसाला और गर्म दलिया दी जा रही है.



जानकारी देते हुए डायरेक्टर कंजर्वेशन प्रोजेक्ट वाइल्डलाइफ एसओएस बैजूराज ने बताया कि हमारे सेंटर में हम अलग-अलग प्रजातियों को अलग-अलग तरीके से मैनेज करते हैं. सीजन के हिसाब से इस साल सर्दियां थोड़ी जल्दी शुरू हो गई हैं तो इसलिए अभी से हाथियों को उसके हिसाब से उनका डाइट प्लान चेंज किया है. ऑयल मसाज की जा रही है.

आपको पता होगा कि ज्यादातर हमारे पास जो हाथी आते हैं, उनका उपचार चलता है और वह काफी बुजुर्ग हाथी होते हैं. उसको ठंड का सामना करना बहुत मुश्किल होता है, इसलिए हम उसको अच्छे से रखते हैं. ठंड से बचाने के लिए हम कंबल का इस्तेमाल कर रहे हैं. हाथियों को खिलाने के लिए गरम मसाले बनाते हैं. सर्दियों में गुड़ की मात्रा अधिक कर दी जाती है. हाथियों को जहां रखा जा रहा है, वहां पर हैलोजन लाइट लगाई गई है, ताकि गर्माहट रहे. सुबह हाथियों को गर्म रखने के लिए अलाव भी जलाया जाता है.


यह भी पढ़ें : आगरा में वन विभाग और वाइल्डलाइफ एसओएस ने नौ लंगूर कराए मुक्त, अब जंगल में रहेंगे - Langurs Freed in Agra

यह भी पढ़ें : आगरा में अर्ध-चेतन अवस्था में मिला मिस्र का दुर्लभ गिद्ध, एनजीओ ने बचाया

मथुरा : धीरे-धीरे बढ़ रही ठंडक व सर्द हवाओं से भालू और हाथियों को बचाने के लिए वाइल्डलाइफ एसओएस ने विशेष इंतजाम किए हैं. वाइल्डलाइफ एसओएस ने स्लॉथ भालुओं और हाथियों को गर्म स्वस्थ और आरामदायक वातावरण प्रदान करने के लिए उपाय शुरू कर दिए हैं.

वाइल्डलाइफ एसओएस का विशेष इंतजाम (Video credit: ETV Bharat)

वाइल्डलाइफ एसओएस के अधिकारी ने बताया कि मथुरा के हाथी संरक्षण और देखभाल केंद्र में बचाए गए हाथियों को ठंड से बचाने के लिए उपाय शुरू कर दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि अतिरिक्त इंसुलेशन परत के साथ तैयार किए गए ऊनी कंबल, ज्यादा उम्र वाले हाथियों को चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जा रही हैं. बाड़ों में ठंडी हवाओं को घूमने से रोकने के लिए हैलोजन लाइट और तिरपाल कवर भी लगाए जा रहे हैं. लौंग और तिल के तेल से हाथियों की मालिश की जा रही है, जिससे खून का संरक्षण बढ़ सके और अर्थराइटिस जैसी बीमारियों से राहत मिल सके. पाचन और शरीर में अंदरुनी गर्मी को बढ़ाने के लिए हाथियों को गुड मसाला और गर्म दलिया दी जा रही है.



जानकारी देते हुए डायरेक्टर कंजर्वेशन प्रोजेक्ट वाइल्डलाइफ एसओएस बैजूराज ने बताया कि हमारे सेंटर में हम अलग-अलग प्रजातियों को अलग-अलग तरीके से मैनेज करते हैं. सीजन के हिसाब से इस साल सर्दियां थोड़ी जल्दी शुरू हो गई हैं तो इसलिए अभी से हाथियों को उसके हिसाब से उनका डाइट प्लान चेंज किया है. ऑयल मसाज की जा रही है.

आपको पता होगा कि ज्यादातर हमारे पास जो हाथी आते हैं, उनका उपचार चलता है और वह काफी बुजुर्ग हाथी होते हैं. उसको ठंड का सामना करना बहुत मुश्किल होता है, इसलिए हम उसको अच्छे से रखते हैं. ठंड से बचाने के लिए हम कंबल का इस्तेमाल कर रहे हैं. हाथियों को खिलाने के लिए गरम मसाले बनाते हैं. सर्दियों में गुड़ की मात्रा अधिक कर दी जाती है. हाथियों को जहां रखा जा रहा है, वहां पर हैलोजन लाइट लगाई गई है, ताकि गर्माहट रहे. सुबह हाथियों को गर्म रखने के लिए अलाव भी जलाया जाता है.


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