बस्ती : भाजपा को वोट देने पर एक व्यक्ति की जान पर बन आई. आरोप है कि सपा समर्थक ने न सिर्फ तमंचा लेकर दौड़ा लिया बल्कि लाठी-डंडे से इतना पीटा कि वह अधमरा हो गया. पीड़ित को गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है. इस मामले में परिजनों ने पुलिस पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है. कहा है कि मुकदमा दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. स्थानीय पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठे है और आरोपी लगातार धमकी दे रहे हैं. अगर जल्द उनकी गिरफ्तारी नहीं होती तो वे गांव से पलायन कर जाएंगे.
पैकोलिया थाना क्षेत्र के मुइली गांव के रहने वाले बीजेपी कार्यकर्ता रामकिशन ने स्थानीय पुलिस को 19 मई को ही एक प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया था कि वोटिंग से पहले गांव के सपा समर्थक लवकुश प्रजापति ने सपा के पक्ष में वोट करने के लिए दबाव बनाया. जब ऐसा करने से मना किया तो उसे अपमानित किया. इस शिकायत पर स्थानीय पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं. इसके बाद 25 मई को बस्ती में मतदान संपन्न हुआ और दो दिन बाद सपा समर्थक लवकुश प्रजापति ने रामकिशन को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया.
पीड़ित रामकिशन के बेटे दीपक ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि वह गांव के कुछ लोगों के साथ पोखर पर गया था, जहां लवकुश और उसके साथियों ने घेर लिया. तमंचा लेकर जान से मारने की नीयत से दौड़ा लिया. उसकी किस्मत अच्छी थी और फायर मिस हो गया. इसके बाद लाठी-डंडे से लवकुश प्रजापति, राजेंद्र प्रसाद, लकी और पूरन ने मिलकर रामकिशन को बुरी तरह से मारा पीटा. कुछ देर बाद गांव के लोगों को जब इस घटना की जानकारी हुई तो वे मौके पर पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी.
इसके बाद गंभीर हालत में रामकिशन को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से डॉक्टरों ने गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया. अभी भी रामकिशन आईसीयू में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है. दीपक ने बताया कि बीजेपी कार्यकर्ता होने की वजह से सपा समर्थक लवकुश उससे हमेशा ईर्ष्या रखता था और मतदान से पहले उस पर कई बार दबाव बनाया कि वह भाजपा को सपोर्ट न करे और न ही वोट दे.
डीएसपी बालकृष्ण मिश्रा ने इस मामले में कहा कि रामकिशन पर जानलेवा हमला करने के मामले में एक तहरीर मिली थी, जिस आधार पर गांव के ही रहने वाले लवकुश समेत अन्य पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस की विवेचना जारी है, जो भी तथ्य सामने आएंगे, उस आधार पर पुलिस विधिक कार्यवाही की जाएगी. कहा कि गांव से पलायन करने की जरूरत किसी को नहीं है. पुलिस उनकी सुरक्षा करने में पूरी तरह से तत्पर है.