लखनऊ : Abhay Singh Wife Sarita Singh Joins BJP: राजपूतों की नाराजगी को लेकर पश्चिम उत्तर प्रदेश में परेशान भारतीय जनता पार्टी में सोमवार को कई बड़े ठाकुर नेताओं ने ज्वाइनिंग की. जिसमें सबसे बड़ी ज्वाइनिंग गोसाईगंज से सपा के बागी विधायक अभय सिंह की पत्नी सरिता सिंह की है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में गोसाईगंज के विधायक अभय सिंह के पिता व पत्नी ने आज बीजेपी की सदस्यता ले ली है. इन नेताओं की ज्वाइनिंग भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने करवाई. इस मौके पर भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित भी मौजूद रहे.
अभय सिंह के पिता भगवान बख्श सिंह और पत्नी सरिता सिंह भाजपा परिवार में शामिल हुए हैं. हाल ही में अभय सिंह ने समाजवादी पार्टी के खिलाफ राज्यसभा चुनाव 2024 में मतदान किया था. इनके अलावा कई नेताओं ने भाजपा का दामन थामा है. कांग्रेस से पूर्व सांसद सन्तोष सिंह, पूर्व मंत्री चौधरी सरदार सिंह, पूर्व विधायक अशोक कुमार, पूर्व विधायक कुशल पाल सिंह, नगर पंचायत अध्यक्ष मुन्नी देवी, बसपा के कुंवर जी, राम गोपाल राठौर, सपा के ब्रजेश कुमार यादव, शरद श्रीवास्तव ने भाजपा ज्वाइनिंग की है.
मोदी की नीति के चलते देश आगे बढ़ रहा: भारतीय जनता पार्टी में ज्वाइनिंग के इस मौके पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि चुनाव में हमने 10 वर्षों के कामों को जनता के सामने रखा है. इंडिया गठबंधन ने सिर्फ गठबंधन का ट्रैक रखा है. सपा, बसपा, कांग्रेस प्रदेश में हाशिए पर हैं.
भारतीय जनता पार्टी में कब आएंगे अभय सिंह: दूसरी और भारतीय जनता पार्टी को इस बात का इंतजार है कि आखिर विधायक अभय सिंह कब भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे. क्रॉस वोटिंग करने के बाद अभय सिंह ने रामलला के दर्शन भी किए थे. मगर अब तक वह समाजवादी पार्टी के विधायक बने हुए हैं. ऐसे में सवाल है कि पत्नी और पिता के बीजेपी में आने के बाद उनकी एंट्री कब होगी. माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव बीतने के बाद इस पर अभय सिंह बड़ा निर्णय लेंगे. दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के नेता मनोज पांडेय भी भाजपा में अब तक शामिल नहीं हुए हैं. उनके बारे में यह भी कहा जा रहा था कि वह रायबरेली सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट के दावेदारों में शामिल हैं. टिकट की दावेदारी अलग है मगर पहले तो उनकी ज्वाइनिंग जरूरी है. उनकी ज्वाइनिंग भी अब तक नहीं हुई है.
हाथी का साथ छोड़कर करुणाकर पांडेय भी कमल का दामन थामाः वहीं, कई बार जिला पंचायत सदस्य रहे पूर्व कार्यवाहक अयोध्या जिला पंचायत अध्यक्ष करुणाकर पाण्डेय ने भी बहुजन समाज पार्टी को छोड़ कर भाजपा प्रदेश के उपमुख्यमंत्री प्रदेश के ज्वाइमिंग कमेटी के चेयरमैन बृजेश पाठक के नेतृत्व में भाजपा ज्वाइन कर लिया. समारोह में क्षेत्रीय अध्यक्ष कमलेश मिश्रा सहित पार्टी के प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे. लोकसभा चुनाव मे दौरान करुणाकर पाण्डेय का भाजपा ज्वाइन करना बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है. क्योंकि करुणाकर पाण्डे बसपा के 2005 से लेकर फैजाबाद-अपोध्या, देवीपाटन मण्डल के मुख्य कोआर्डिनेटर रहे हैं. बस्ती, गोरखपुर, आजमगढ़, जौनपुर, मिर्जापुर, सोनभद्र, वाराणसी, बलिया, मऊ, गाजीपुर, देवरिया, लखनऊ, कानपुर और आगरा तक ब्राह्मण दलित सोशल इंजीनियरिग में बसपा पूर्व के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व सासंद सतीश मिश्र के प्रमुख रणनीतिकारो में शामिल थे. मायावती के आवास पर भारी संख्या में अयोध्या के संतों महंतो का सम्मेलन भी कराया था. 2022 के विधानसमा चुनाव में जब बसपा प्रमुख मायावती ने ब्राहम्ण सम्मेलन करने का संकल्प लिया तो पहला कोरोना के ज़बरदस्त प्ररोप के बाद भी ऐतहासिक पहला ब्राह्मण सम्मेलन अयोध्या में कराकर भी करुणाकर पाण्डेय पूरे प्रदेश मे चर्चे में आ गये थे.
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