संभल : जामा मस्जिद के हरिहर मंदिर होने के दावे के बीच प्रशासन ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क के पिता मौलाना ममलूकुर्रहमान बर्क को 10 लाख रुपए के मुचलके से पाबंद किया है. इसके अलावा जिले के 46 अन्य लोगों को भी पांच-पांच लाख रुपये के मुचलके पर पाबंद किया गया है.
बता दें कि संभल की शाही जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताए जाने के दावे के बाद जिले में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर दी गई है. शुक्रवार को भी जुमे की नमाज को लेकर शाही जामा मस्जिद के चारों ओर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. कई जिलों की पुलिस फोर्स को ड्यूटी पर लगाया गया था. इसके अलावा पुलिस, PAC और RRF की टीम भी लगाई गई थी. जामा मस्जिद और उसके आसपास ड्रोन कैमरे से भी निगरानी की जा रही थी. जुमे की नमाज पुलिस प्रशासन ने शांतिपूर्वक संपन्न करा दी.
एसडीएम संभल डॉ वंदना मिश्रा ने बताया कि शांति व्यवस्था के मद्देनजर 48 लोगों के मुचलके भरे गए हैं. इनमें दो लोगों के खिलाफ 10-10 लाख के मुचलके पाबंद किए गए हैं. इनमें एक सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के पिता मौलाना ममलूकुर्रहमान बर्क और दूसरे समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष फिरोज खान शामिल हैं. इसके अलावा 46 लोगों के खिलाफ 5 - 5 लाख रुपये के मुचलके भरे गए हैं.
वहीं भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के निवर्तमान जिला अध्यक्ष सैयद शान अली के खिलाफ भी शांति भंग में कार्रवाई की गई है. इसे लेकर सैयद शान अली ने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि वह पिछले 35 साल से भाजपा की सेवा कर रहे हैं. अब संभल प्रशासन को उनसे शांति भंग का खतरा है. सपा सांसद के पिता को नखासा थाने की पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में शामिल करते हुए, उनसे आशंका जताई थी कि वह राजनीतिक लाभ पाने के लिए बयानबाजी कर सकते हैं. लिहाजा उनसे शांतिभंग का खतरा है.
जिले के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि ऐसे लोगों को पाबंद किया गया. उनसे शांतिभंग की आशंका है. इनमें सपा सांसद के पिता सहित 48 लोग शामिल हैं. उधर थाना पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर उप जिलाधिकारी मजिस्ट्रेट न्यायालय ने सभी को मुचलकों से पाबंद किया है.