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यूपी विधानसभा परिसर में सपा विधायक पल्लवी पटेल का धरना, 9 घंटे बाद मंत्री सुरेश खन्ना ने मनाया - PALLAVI PATEL STRIKE

सदन में सवाल न पूछने देने पर भड़कीं. भ्रष्टाचार के मुद्दे पर योगी सरकार से मांगना चाहती हैं जवाब.

मांगों को लेकर धरने पर बैठी सपा विधायक पल्लवी पटेल.
मांगों को लेकर धरने पर बैठी सपा विधायक पल्लवी पटेल. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 2 hours ago

लखनऊ : विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को सिराथू से सपा की बागी विधायक पल्लवी पटेल ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद की. उन्होंने योगी सरकार के मंत्री आशीष पटेल पर भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर कार्रवाई की मांग की. इसके बाद नियम के अनुसार सवाल न पूछने देने पर वह सदन से बाहर आकर धरने पर बैठ गईं. वह करीब 9 घंटे तक धरने पर बैठी रहीं. रात 10.30 बजे संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने उन्हें मनाया.

विधानसभा के बाहर सपा विधायक का धरना. (Video Credit; ETV Bharat)

विधायक पल्लवी पटेल वे कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार पिछड़ों के वोट से बनी है. अब उन पिछड़ों का ही हक छीना जा रहा है. अपना दल एस कमेरावादी नेता पल्लवी पटेल ने प्राविधिक शिक्षा विभाग में विभागाध्यक पदों पर नियुक्ति में धांधली का आरोप लगाया. कहा कि वर्तमान सेवा नियमावली को ताक पर रखा गया. पुरानी नियमावली के आधार पर सीधी भर्ती न कर पदोन्नति से 250 नियुक्तियां कर दी गईं. इसके जरिए पिछड़े वर्ग का मारा गया.

इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने के साथ ही पल्लवी पटेल योगी सरकार के मंत्री आशीष पटेल के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग भी कर रहीं हैं. उनका आरोप है कि वह सदन में नियम के अनुसार अपनी बात रख रहीं थीं. इस दौरान उनका माइक ही बंद कर दिया गया. इसके बाद वह बाहर आकर परिसर में ही धरने पर बैठ गईं. पुलिस भी मौके पर पहुंच गईं. तमाम नेता भी पहुंचे. उन्हें मनाने के प्रयास किए गए लेकिन वह नहीं मानी.

रात में भी धरने पर डटी रहीं विधायक.
रात में भी धरने पर डटी रहीं विधायक. (Photo Credit; ETV Bharat)

रात में कड़ाके की ठंड के बावजूद वह डटी रहीं. रात करीब 10.30 बजे सरकार की ओर से संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना मौके पर पहुंचे. उन्होंने विधायक से बात की. इसके बाद पल्लवी पटेल धरने से उठने के लिए राजी हुईं. इसके बाद वह परिसर से निकलकर चली गईं. विधायक आज सदन में अपनी बात रख सकती हैं.

पल्लवी पटेल पिछले कई वर्षों से अपने पिता की मौत की भी सीबीआई जांच कराने की मांग कर रहीं हैं. इसके लिए वह साल 2022 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिख चुकी हैं. 23 अगस्त 2022 को अयोध्या में सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन भी दिया था.

डॉक्टर सोनेलाल पटेल ने नवंबर 1995 में अपना दल की स्थापना की. साल 2009 में कानपुर के नवाबगंज इलाके के कंपनीबाग चौराहे के पास बेकाबू कार ने उनके वाहन में टक्कर मार दी थी. हादसे में उनकी मौत हो गई थी. सोनेलाल की बड़ी बेटी पल्लवी पटेल सिराथू से विधायक हैं. उनकी छोटी बेटी अनुप्रिया पटेल अपना दल सोनेलाल की अध्यक्ष हैं. वह मोदी सरकार में मंत्री भी हैं.

यह भी पढ़ें : पल्लवी पटेल ने निकाला पैदल मार्च, कहा- पिता सोनेलाल की मौत की जांच सीबीआई से हो

लखनऊ : विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को सिराथू से सपा की बागी विधायक पल्लवी पटेल ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद की. उन्होंने योगी सरकार के मंत्री आशीष पटेल पर भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर कार्रवाई की मांग की. इसके बाद नियम के अनुसार सवाल न पूछने देने पर वह सदन से बाहर आकर धरने पर बैठ गईं. वह करीब 9 घंटे तक धरने पर बैठी रहीं. रात 10.30 बजे संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने उन्हें मनाया.

विधानसभा के बाहर सपा विधायक का धरना. (Video Credit; ETV Bharat)

विधायक पल्लवी पटेल वे कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार पिछड़ों के वोट से बनी है. अब उन पिछड़ों का ही हक छीना जा रहा है. अपना दल एस कमेरावादी नेता पल्लवी पटेल ने प्राविधिक शिक्षा विभाग में विभागाध्यक पदों पर नियुक्ति में धांधली का आरोप लगाया. कहा कि वर्तमान सेवा नियमावली को ताक पर रखा गया. पुरानी नियमावली के आधार पर सीधी भर्ती न कर पदोन्नति से 250 नियुक्तियां कर दी गईं. इसके जरिए पिछड़े वर्ग का मारा गया.

इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने के साथ ही पल्लवी पटेल योगी सरकार के मंत्री आशीष पटेल के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग भी कर रहीं हैं. उनका आरोप है कि वह सदन में नियम के अनुसार अपनी बात रख रहीं थीं. इस दौरान उनका माइक ही बंद कर दिया गया. इसके बाद वह बाहर आकर परिसर में ही धरने पर बैठ गईं. पुलिस भी मौके पर पहुंच गईं. तमाम नेता भी पहुंचे. उन्हें मनाने के प्रयास किए गए लेकिन वह नहीं मानी.

रात में भी धरने पर डटी रहीं विधायक.
रात में भी धरने पर डटी रहीं विधायक. (Photo Credit; ETV Bharat)

रात में कड़ाके की ठंड के बावजूद वह डटी रहीं. रात करीब 10.30 बजे सरकार की ओर से संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना मौके पर पहुंचे. उन्होंने विधायक से बात की. इसके बाद पल्लवी पटेल धरने से उठने के लिए राजी हुईं. इसके बाद वह परिसर से निकलकर चली गईं. विधायक आज सदन में अपनी बात रख सकती हैं.

पल्लवी पटेल पिछले कई वर्षों से अपने पिता की मौत की भी सीबीआई जांच कराने की मांग कर रहीं हैं. इसके लिए वह साल 2022 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिख चुकी हैं. 23 अगस्त 2022 को अयोध्या में सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन भी दिया था.

डॉक्टर सोनेलाल पटेल ने नवंबर 1995 में अपना दल की स्थापना की. साल 2009 में कानपुर के नवाबगंज इलाके के कंपनीबाग चौराहे के पास बेकाबू कार ने उनके वाहन में टक्कर मार दी थी. हादसे में उनकी मौत हो गई थी. सोनेलाल की बड़ी बेटी पल्लवी पटेल सिराथू से विधायक हैं. उनकी छोटी बेटी अनुप्रिया पटेल अपना दल सोनेलाल की अध्यक्ष हैं. वह मोदी सरकार में मंत्री भी हैं.

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