कानपुर : शहर में एक ओर जहां लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सियासी पारा चढ़ उतर रहा है. वहीं, शनिवार को विधायक अमिताभ बाजपेई जब कानपुर के पनकी मंदिर पहुंचे तो वहां सियासी माहौल पूरी तरह गर्मा गया. पनकी समेत कई थानों की फोर्स मंदिर में मौजूद थी. क्योंकि विधायक ने पहले ही कह रखा था कि वह दर्शन करने के बाद अपनी गिरफ्तारी देंगे.
कानपुर में शनिवार को सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने मंदिर के अंदर प्रवेश करते ही पहले भगवान बजरंगबली के दर्शन किए. वहीं, पुलिस के सामने ही वह दंडवत हो गए. इस मौके पर पुलिस और विधायक के बीच कई मुद्दों पर संवाद भी हुआ. इस दौरान विधायक ने कहा कि हमें गिरफ्तार कर लीजिए. हालांकि, पुलिस का कहना था कि कोई भी ऐसी धारा में आपके खिलाफ मुकदमा नहीं है, जिसमें गिरफ्तारी हो. बाकी जिन मुद्दों या जिन बातों को आपकी ओर से बताया गया है उन पर जरूर विचार किया जाएगा.
पुलिस ने नहीं किया गिरफ्तार : इस दौरान खुद एसीपी पनकी तेज बहादुर सिंह ने विधायक से कहा कि अगर आप कोई पत्र सौंपना चाहते हैं, तो आप दीजिए. इसके बाद सभा विधायक ने एक पत्र पुलिस को सौंप दिया. हालांकि, कानपुर में इस मामले को लेकर कई तरह के कयास लगातार जारी थे. इस मामले में सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने कहा कि उनके खिलाफ जिस तरीके से कानूनी कार्रवाई की गई, वह गलत है. अब पुलिस की ओर से जो भी कार्रवाई होगी, उसमें वह पूरी तरीके से साथ देंगे. वह खुद चाहते हैं कि इस मामले में न्याय हो.
विधायक की एसीपी से हुई थी बहस : बता दें कि 11 अप्रैल को सपा नेता सम्राट विकास को पुलिस ने पनकी थाने में गिरफ्तार कर लिया था. सपा नेता की गिरफ्तारी की जानकारी मिलते ही सपा विधायक अमिताभ बाजपेई, सपा-कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी आलोक मिश्रा व अन्य समर्थकों के साथ पनकी थाने पहुंच गए थे और वहां पर एसीपी से सपा विधायक की जमकर बहस भी हुई थी. इसी मामले में पुलिस ने धारा 188 समेत कई अन्य धाराओं में सपा विधायक अमिताभ बाजपेई, सपा कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी आलोक मिश्रा व 200 समर्थकों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया था. मुकदमे की कार्रवाई को लेकर ही सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने कई दिनों पहले यह कह दिया था कि वह जल्द ही पनकी थाने पहुंचकर अपनी गिरफ्तारी देंगे. शनिवार को विधायक ने कुछ ऐसा ही किया.
बजरंग दल के नेता ने कहा था मंदिर के अंदर नहीं आने देंगे : एक ओर जहां सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने शुक्रवार को अपनी ओर से वीडियो जारी करके यह कहा था कि वह पनकी मंदिर पहुंचकर शनिवार को थाने में ही अपनी गिरफ्तारी देंगे. वहीं, दूसरी ओर सपा विधायक के वीडियो पर बजरंग दल के नेता कृष्ण तिवारी ने अपना वीडियो जारी करके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यह कहा था कि वह अमिताभ बाजपेई को मंदिर के अंदर घुसने ही नहीं देंगे. शनिवार को जब सपा विधायक अपने घर से निकलने वाले थे, उससे पहले ही पुलिस ने बजरंग दल के नेता कृष्ण तिवारी को हाउस अरेस्ट कर लिया. इस पूरे मामले को लेकर कानपुर के सियासी गलियारों में भी चर्चा जोरों पर रही.
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