नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा के सेक्टर-71 के ग्लोबल इंडियन इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा (UP Police Recruitment Exam) में रविवार को दूसरी पाली में मूल परीक्षार्थी की जगह पेपर देने आए सॉल्वर को फेज तीन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. जिसके स्थान पर सॉल्वर परीक्षा दे रहा था, उसको भी पुलिस ने स्कूल के गेट के पास से ही दबोचा. परीक्षा पास कराने के लिए मूल परीक्षार्थी के भाई से सॉल्वर ने पांच लाख रुपये में सौदा किया था.
एक लाख 20 हजार रुपये बतौर एडवांस सॉल्वर को मिले थे. बाकी की रकम परीक्षा का परिणाम आने के बाद देना तय हुआ था. बायोमेट्रिक वैरिफिकेशन के दौरान परीक्षा केंद्र पर संदेह हुआ. इसके बाद सूचना पर पहुंची फेज तीन थाना पुलिस ने पूछताछ कर मामले का खुलासा किया. सॉल्वर बनकर परीक्षा देने आया आरोपी युवक भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है.
सेंट्रल जोन 1 एसीपी दीक्षा सिंह के अनुसार, पूछताछ के दौरान बुलंदशहर के नेकपुर गांव के बादल चौधरी ने बताया कि उसकी जनपद के उदयपुर गांव निवासी आकाश से जान पहचान है. सिपाही भर्ती परीक्षा की जब भर्ती निकली तो आकाश ने अपने भाई हरीश पाल का फॉर्म भरवा दिया. आकाश को पता था कि उसका भाई परीक्षा पास नहीं कर पाएगा. ऐसे में उसने प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे बादल को पकड़ा और भाई की जगह परीक्षा देने पर पांच लाख रुपये देने को कहा. बादल के दिल में इसके बाद लालच आ गया और वह हरीश अत्री के स्थान पर परीक्षा देने के लिए राजी हो गया.
आकाश ने 6 फरवरी को ई-वॉलेट से 20 हजार रुपये बादल को एडवांस दिए. इसके बाद 18 फरवरी को 99 हजार 999 रुपए भी यूपीआई से दिए. तीनों ने मिलकर हरीश अत्री के आधार कार्ड पर फोटो लगाकर फर्जी आधार कार्ड तैयार किया था. हरीश ही बादल को लेकर यहां परीक्षा दिलाने के लिए आया था. सॉल्वर बादल को परीक्षा देने के बाद दबोचा गया था. उसके कब्जे से एक कूटरचित आधार कार्ड, कूटरचित एक प्रवेश पत्र, एक ओएमआर उत्तर पत्रक, एक प्रश्न पुस्तिका, दो मोबाइल, एक पासपोर्ट साइज फोटो व एक काला पेन समेत अन्य सामान बरामद हुआ है.