हजारीबागः डीआईजी आवास में तैनात जिला पुलिस के 31 वर्षीय जवान विकास कुमार ने ड्यूटी के दौरान गोली लगने से मौत हो गई है. बताया जाता है कि डीआईजी आवास के सामने वह घूम रहा था. तभी गोली चलने की आवाज सुनाई दी. ऐसे में अन्य तैनात सुरक्षा कर्मी बाहर आए और सड़क पर गिरा हुआ देखा और उसके माथे से खून बह रहा था. आनन फानन में शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया. जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
31 वर्षीय विकास कुमार जिला पुलिस बल का जवान था. उसके पिता का नाम राजेश कुमार है. वो हजारीबाग के ही झरपो का रहने वाला था. 2017 से वह डीआईजी आवास पर ही अपनी सेवा दे रहा था. उसकी अब तक शादी नहीं हुई थी.
इस घटना पर पुलिस मेंस एसोसिएशन के मंत्री उपेंदर नाथ मिश्रा ने जानकारी देते हुए कहा कि यह घटना डीआईजी आवास के सामने हुई है. जवान डीआईजी आवास सुरक्षा में तैनात था. घटना के पीछे का कारण उन्होंने बताया कि बेहद गर्मी होना एक कारण हो सकता है कि वो गिर गए हों और राइफल उस दौरान दब गया हो. जिससे ये घटना घटी है. गोली माथे में लगी है और दूसरी ओर पार कर गई. वहीं उन्होंने विभागीय छुट्टी नहीं मिलने बात को नकार दिया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार इस घटना के पीछे छुट्टी नहीं मिलना भी बताया जा रहा है.
घटना के बाद हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह
पुलिस मेंस एसोसिएशन के पदाधिकारी समेत कई पुलिस पदाधिकारी ने भी पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर घटना की जानकारी ली है. इस पूरे मामले की जांच की बात भी कही है. मृतक के परिजन कहते हैं कि बहुत ही बेहतर तरीके से काम चल रहा था. आखिर गोली कैसे चल गई, इसकी जानकारी नहीं है. इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए.
यह पहली घटना नहीं है कि जब किसी सुरक्षाकर्मी ने खुद को गोली मारी हो. एक ओर यह मामला आत्महत्या की ओर इशारा कर रहा है तो दूसरी ओर संगठन इसे घटना बता रहे हैं. मामले की तहकीकात होगी और उसके बाद ही सच की खुलासा होगा.
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