जयपुर. राजस्थान में पेपर लीक, नकल और फर्जी डिग्री माफिया पर एसओजी की कार्रवाई लगातार जारी है. फर्जी डिग्री गिरोह की परतें खोलते हुए एसओजी ने अब फर्जी डिग्री बनवाने में मदद करने के आरोप में सरकारी स्कूल में तैनात लाइब्रेरियन को गिरफ्तार किया है. अब एसओजी के अधिकारी उससे पूछताछ में जुटे हैं.
एसओजी-एटीएस के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि फर्जी डिग्री बनवाने के आरोप में सांचौर जिले के धमाणा निवासी मनोहर लाल विश्नोई को गिरफ्तार किया गया है. वह सांचौर जिले की राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, झाब में पुस्तकालयाध्यक्ष है. उन्होंने बताया कि अजमेर के सिविल लाइंस थाने में फर्जी डिग्री को लेकर दर्ज एक मामले में कमला कुमारी को गिरफ्तार किया गया था. अनुसंधान में सामने आया कि कमला कुमारी को मेवाड़ यूनिवर्सिटी से एमए हिंदी की फर्जी डिग्री दिलवाने में उसके भाई दलपत सिंह व मनोहरलाल विश्नोई ने मदद की थी. इस पर एसओजी ने मनोहर लाल विश्नोई को गुरुवार को गिरफ्तार किया है. उससे पूछताछ और मामले में अग्रिम अनुसंधान जारी है. बता दें कि फर्जी डिग्री से नौकरियां हथियाने के मामले में एसओजी लगातार आरोपियों की धरपकड़ कर रही है.
दलाल और संचालकों के गिरोह का किया था भंडाफोड़: एसओजी ने पिछले दिनों फर्जी डिग्री मामले में कार्रवाई करते हुए ओपीजेएस विश्वविद्यालय के संस्थापक जोगेंद्र सिंह, उसकी महिला मित्र सरिता कड़वासरा और एमके विश्वविद्यालय व सनराइज विश्वविद्यालय के मालिक जितेंद्र यादव को गिरफ्तार किया था. इससे पहले एसओजी ने ओपीजेएस यूनिवर्सिटी से फर्जी डिग्री बनवाने वाले चार दलालों को गिरफ्तार किया था. इस पूरे मामले में सामने आया है कि ओपीजेएस यूनिवर्सिटी से 9 साल में 1300 से ज्यादा फर्जी डिग्रियां जारी की गई.