छिन्दवाड़ा. जिला अस्पताल के आयुर्वेद स्पेशलिस्ट डॉक्टर डॉ. प्रवीण रघुवंशी ने बताया कि अचानक अगर आपके दिल में हल्का-हल्का दर्द महसूस होने लगे, सुई जैसी चुभन हो, सांस लेने में परेशानी महसूस होने लगे, बेचैनी के साथ ये महसूस हो कि कोई आपको जोर से झटक रहा है तो समझिए आपका दिल आपको धोखा दे सकता है. मतलब ये हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं. इसके साथ ही पैरों की उंगलियों में निष्क्रियता और ठंडक के साथ कमजोरी या दर्द का अनुभव होना भी दिल की बीमारी के लक्षण हो सकते हैं.
अचानक भी होता है हार्ट अटैक
डॉ. प्रवीण रघुवंशी ने बताया, '' कई बार बिना लक्षण के भी आपको हर्ट अटैक की शिकायत हो सकती है, जिसमें कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं और अचानक अटैक हो जाता है, जिसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है. अचानक अगर आपको तेज घबराहट हो, शरीर से पसीना निकलने लगे तो घरेलू उपचार करने की जगह सीधे किसी अस्पताल में जाकर डॉक्टर की सलाह लेना चाहिए.''
कैसे पता करें कि आपका दिल ठीक है?
आप दिल के मामले में कितने स्वस्थ हैं इसका पता घर पर ही कर सकते हैं. इसके लिए आमतौर पर दिल की धड़कन प्रति मिनट 60 से 100 बार होनी चाहिए. अगर आप टेंशन में हैं और कोई दवाइयां लेते हैं तो आपके दिल की धड़कन कम या ज्यादा हो सकती है. घर में ही आप ब्लड प्रेशर मशीन से ब्लड प्रेशर की जांच कर सकते हैं. सामान्य ब्लड प्रेशर 120 से 80 एमएमएचजी होता है. ब्लड प्रेशर जांचने के पहले 5 मिनट रिलैक्स होना जरूरी है. दिन में अगर बिना काम के भी आपको थकान महसूस होती है, सीढ़ियां चढ़ने में या कोई सामान लाने ले जाने में कठिनाइयां होती है और बॉडी रिलैक्स होने के बाद भी आपका हार्ट रेट और बल्ड प्रेशर ज्यादा आता है तो आप दिल की बीमारी के मरीज हो सकते हैं.
हार्ट अटैक से बचने का आयुर्वेदिक इलाज
आयुर्वेद स्पेशलिस्ट डॉक्टर प्रवीण रघुवंशी ने बताया, '' हार्ट अटैक की बीमारियों को रोकने के लिए सबसे प्रभावी अर्जुन का पेड़ होता है. अर्जुन की छाल का काढ़ा हर दिन पीने से हार्ट अटैक की बीमारी को रोका जा सकता है. इसके साथ ही अगर किसी को हार्ट अटैक की बीमारी है तो वह है अर्जुन की छाल के काढ़े के साथ-साथ उसका चूर्ण भी शहद के साथ उपयोग कर सकता है.''
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी डॉक्टर्स से बातचीत के आधार पर है. अपनी स्वास्थ्य संबंधी किसी भी परेशानी के लिए डॉक्टर की सलाह लेना न भूलें.