जयपुर : प्रदेश के पीएम श्री स्कूलों में अब छात्रों को उनकी भावना के अनुरूप एजुकेशन दी जाएगी. प्रदेश के 639 पीएम श्री स्कूलों में अब सोशल इमोशनल वैल्यू एजुकेशन प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है. इसके तहत बच्चों की समझ और उनकी सोच के आधार पर पढ़ाया जाएगा. इससे उनकी कौशल और मानसिक विकास में वृद्धि होगी.
कौशल विकास को बढ़ावा : प्रदेश के नए पुराने 639 पीएम श्री स्कूलों के संस्था प्रधान बुधवार को जयपुर में जुटे. यहां उन्हें पीएमसी स्कूलों की वार्षिक कार्य योजना और बजट 2024-25 की गतिविधियों के संबंध में जानकारी दी गई. साथ ही हेमा फाउंडेशन के साथ राज्य सरकार ने सोशल इमोशनल वैल्यू एजुकेशन प्रोजेक्ट के संबंध में MoU भी साइन किया. जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम में आयोजित वर्कशॉप में राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद आयुक्त अविचल चतुर्वेदी ने शिक्षा में नैतिक मूल्यों पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि आज के दौर में बच्चों को इंटरनेट के नकारात्मक प्रभाव से बचाने के लिए आध्यापकों की संवेदनशील और महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने कहा कि नकारात्मक कंटेंट बच्चों के भविष्य को खतरे में डाल सकता है. बच्चों में कौशल विकास को बढ़ावा देना आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है.
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नवाचारों की सराहना : चतुर्वेदी ने कहा कि राजकीय विद्यालयों में कुछ चीजों की आदत पड़ जाती है, लेकिन पहल करके गलत परिपाटियों को तोड़ना होगा और रचनात्मक-गुणवत्तापूर्ण नावाचारों से वातावरण में सकारात्मक बदलाव लाना होगा. उन्होंने कहा कि पीएम श्री स्कूल संस्था प्रधान समस्याओं के समाधान का सार्थक प्रयास करें. वो आगे बढ़कर राजकीय विद्यालयों का कायापलट कर सकते हैं. उन्होंने संस्था प्रधानों की ओर से किए गए नवाचारों की सराहना की और नवाचारों में अभिभावकों की भागीदारी बढ़ाने पर भी जोर दिया. इसके साथ ही उन्होंने संस्था प्रधानों को आमजन के बीच अपनी साख को और उत्कृष्ट बनाने के लिए प्रेरित किया. साथ ही उन्हें फील्ड में शिक्षा विभाग का अंबेसेडर बताया. उन्होंने कहा कि पंचयात स्तर पर ग्रामीणों की ओर से संस्था प्रधानों को सबसे ज्यादा सम्मान मिलता है.
इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश के 639 पीएम श्री स्कूलों में अब सोशल इमोशनल वैल्यू एजुकेशन प्रोजेक्ट शुरू करने की बात कहते हुए संस्था प्रधानों से संवाद कर व्यावहारिक फीडबैक लिया. इसमें पीएम श्री विद्यालयों में सोलर एनर्जी, निर्माण और पेयजल सुविधाओं सहित स्वीकृत अन्य कार्यों की प्रगति की जानकारी ली. इसके साथ ही उन्होंने पीएम श्री विद्यालयों में प्री-प्राइमरी विद्यालयों की आवश्यकता जताई.