चमोली: उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में एक बार फिर से मौसम का मिजाज बदला है. जिसके बाद से उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में सुबह से ही बर्फबारी हो रही है. चमोली जिले के सीमांत इलाकों में भी स्नोफॉल हुआ है. बदरीनाथ, औली और हेमकुंड में आज बर्फबारी हुई. बर्फबारी के बाद पहाड़ों में ठंड बढ़ गई है. साथ ही पर्यटक भी बर्फबारी का लुत्फ उठाने के लिए पहुंचने शुरू हो गए हैं.
जीएमवीएन औली के चियर लिफ्ट इंचार्ज राजेंद्र प्रसाद डिमरी ने बताया कि सुबह से औली की वादियों में बर्फबारी के चलते औली रोड पर पर्यटकों के वाहनों की आवाजाही कम रही. हालांकि दोपहर बाद मौसम खुलने पर पर्यटकों की आमद बढ़ने लगी. आज चेयर लिफ्ट से बर्फीली वादियों का दीदार करने करने वाले पर्यटकों की संख्या 416 पर्यटक तक सीमित रही. वहीं, सीजन की पांचवीं बर्फबारी के बाद औली से लेकर गोरसों बुग्याल तक बर्फ की सफेद चादर बिछ गई, जो क्षेत्र के शीतकालीन पर्यटन कारोबार के लिए अच्छी खबर है.
पहाड़ों में आज दिन की शुरुआत बारिश और बर्फबारी के साथ हुई है. सीमांत जनपद चमोली के ऊंचाई वाले इलाकों में आज सुबह से बर्फबारी का दौर जारी है. भू बैकुंठ नगरी श्री बदरीनाथ धाम से लेकर चिनाप वैली, हेमकुंड साहिब, द्रोणागिरी वैली और नीति मलारी क्षेत्र में भी बर्फबारी होने की खबर है.
वहीं, ज्योतिर्मठ क्षेत्र सहित अन्य निचले नगरीय इलाकों में सुबह की शुरुआत झमाझम बारिश के साथ हुई है. विंटर डेस्टिनेशन औली में भी एक बार फिर जबरदस्त हिमपात होने से पर्यटन कारोबारियों और पर्यटकों में खुशी की लहर है. हिम क्रीड़ा स्थल औली में बर्फबारी का लुत्फ उठाने के लिए सुबह से पर्यटकों का जमावड़ा लगा हुआ है. धौली गंगा घाटी और अलकनंदा घाटी के ऊंचाई वाले सभी गांवों में अभी बर्फबारी हो रही है. बारिश और बर्फबारी के चलते सीमांत क्षेत्र ज्योर्तिमठ में कड़ाके की सर्दी और शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है. मौसम विभाग की मानें तो बर्फबारी और बारिश का ये सिलसिला आगे एक दो दिन और चल सकता है.
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