पानीपत: हरियाणा में मानसून दस्तक देने ही वाला है. मानसून में अक्सर जहरीले सांप आपको दिखाई दे जाते हैं. जाने अनजाने में अगर आप उनके संपर्क में आए, तो ये मौत का कारण भी बन सकते हैं. हालांकि सभी सांप जहरीले नहीं होते. सांपों की कुछ प्रजातियां ही जहरीली होती है. कोबरा, किंग कोबरा, कॉमन क्रेत, रसेल वाइपर जैसे सांप अगर काट ले तो मौत की संभावना ज्यादा रहती है.
मानसून में बढ़ते हैं सांप के काटने के मामले: कई केस तो ऐसे सामने आए है. जिसमें सांप के काटने पर डॉक्टर के पास जाने की जगह लोग झाड़ फूंक की तरफ जाते हैं. जिससे उनकी मौत हो जाती है. भारत में स्पेक्टेक्ल्स कोबरा, कॉमन क्रेट, सॉ-स्केल्ड वाइपर और रसेल वाइपर सांप की प्रजातियां पाई जाती है. जिसे सबसे ज्यादा मौत होती है. एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में करीब डेढ़ लाख लोग सांप के काटने से अपनी जान गंवाते हैं.
एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत देश में लगभग 270 सांप की प्रजाति हैं. जिनमें से 20% की जहरीली प्रजाति है. देश में कुछ लोगों की जान तो जहर के कारण जाती है और कुछ की जान डर के कारण.
सांप के काटने पर क्या करें? पानीपत सामान्य अस्पताल की इमरजेंसी एक्सपर्ट डॉक्टर सुखदीप कौर ने बताया कि सांप के काटने पर सबसे पहले प्रभावित हिस्से को साबुन और पानी से धोएं. काटने वाले हिस्से को साफ कपड़े से कसकर ना बांधे. कसकर बांधने से जैसे ही उसे हिस्से को खोला जाएगा, तो रक्त प्रवाह का असर एकदम दिल पर होगा. जिस कारण मौत के चांस अधिक हो जाते हैं. मेडिकल हेल्प नहीं आने तक आराम की स्थिति में लेटे या बैठे रहें.
इन बातों का रखें ध्यान: सांप के जहर को मुंह से निकालने की कोशिश ना करें. झाड़ फूंक के चक्कर में ना पड़े. तुरंत डॉक्टर की सलाह लें और किसान भाइयों से निवेदन है कि वो खेतों में जाते वक्त जूते पहनकर और हाथ में टॉर्च लेकर निकले, क्योंकि अधिकांश सांप काटने के मामले पैरों से घुटने तक होते हैं. डॉक्टर सुखदीप ने बताया कि सभी सरकारी अस्पतालों में एंटी वेनम हर समय उपलब्ध रहता है. तुरंत अपने जिले के अस्पताल में जाएं और अपना इलाज करवाएं.