रांचीः राजधानी में बालू तस्करी को लेकर बालू तस्कर आपस में ही भिड़ जा रहे हैं. वहीं तस्करी के पैसे में रंगदारी नहीं मिलने पर वाहन जलाए जा रहे है. रांची के बुढ़मू थाना क्षेत्र के छापर बालू घाट पर बालू की अवैध निकासी और उठाव से होने वाली कमाई में रंगदारी नहीं मिलने से नाराज अपराधियों ने जेसीबी सहित पांच वाहनों को आग के हवाले कर दिया. घटना मंगलवार देर रात की है.
क्या है पूरा मामला
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की देर रात दर्जनों वाहन छापर घाट पर बालू की अवैध निकासी कर उसे ट्रकों और हाइवा में भर रहे थे. इसी दौरान आधा दर्जन बाइक पर हथियारबंद लोग आए और मजदूरों को मारपीट कर भगा दिया. सबको भगाने के बाद हथियारबंद लोगो ने मौके पर मौजूद जेसीबी, हाइवा और तीन टर्बो को आग के हवाले कर दिया. बताया जा रहा है की आगजनी की वारदात को अंजाम आलोक जी के दस्ते ने दिया है, आलोक उग्रवादी संगठन जेजेएमपी से जुड़ा हुआ है. बुढ़मू थाना प्रभारी रामजी ने बताया कि आगजनी की सूचना मिली है लेकिन वे अवकाश पर हैं.
जले ट्रक और हाइवा लेकर भागे तस्कर
चुकि बालू का उठाव गैरकानूनी तरीके से हो रहा था, इसलिए वाहन मालिक अपने जले हुए ही वाहनों को लेकर मौके से भागते दिखाई दिए. जानकारी के अनुसार जिन वाहनों में आग लगाई गई है, उनके मालिक साकेत साहू और बलराम साहू हैं. गौरतलब है कि रांची के बुढ़मू इलाके में एनजीटी की रोक के बावजूद बालू तस्कर खुलेआम बालू उत्खनन और उठाव कर रहे हैं. तस्करी के पैसे उग्रवादी और संगठित आपराधिक गिरोह तक भी पहुंच रहा है, जिसके पास पैसा नहीं पहुंच रहा है, वह अब आगजनी की वारदातों को अंजाम दे रहा है.
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