जयपुर: सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज से अटैच अस्पतालों में रेजिडेंट चिकित्सकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल लगातार जारी है. हड़ताल के बाद बिगड़ती स्थिति को लेकर हाईकोर्ट ने मामले पर प्रसंज्ञान लिया. इसके बाद चिकित्सा शिक्षा विभाग, एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्रशासन और रेजिडेंट चिकित्सकों के संगठन से जुड़े प्रतिनिधियों को तलब किया. इसी बीच सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ दीपक माहेश्वरी भी हाईकोर्ट पहुंचे, लेकिन इसी बीच उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें सवाई मानसिंह अस्पताल के इमरजेंसी में लाया गया.
बताया जा रहा है कि डॉक्टर दीपक माहेश्वरी को माइनर हार्ट अटैक आया और उन्हें अस्पताल में लाया गया. जहां चिकित्सकों की टीम ने उनका इलाज प्रारंभ किया. फिलहाल डॉक्टर दीपक माहेश्वरी की तबीयत ठीक बताई जा रही है. जांच के लिए उन्हें कैथ लैब में भर्ती किया गया है, जहां उनके एंजियोग्राफी हो सकती है.
ये हैं प्रमुख मांगे:
सरकार और रेजिडेंट के प्रतिनिधियों के बीच एक दौर की वार्ता हो चुकी है. इसमें कोई समाधान नहीं निकल पाया. रेजीडेंट चिकित्सक 8 अक्टूबर से हड़ताल पर हैं. उनकी प्रमुख मांगे ये हैं:
- पूर्व में हुए समझौते के अनुसार सभी मेडिकल कॉलेजों में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता कराई जाए.
- समय पर स्टायपेंड में वृद्धि और इंक्रीमेंट
- बॉन्ड पालिसी में चेंज किया जाए.
- सभी रेजीडेंट चिकित्सकों को एचआरए मिलना चाहिए जो हॉस्टल में नहीं रहता.
- विशेष मेडिकल ऑफिसर पदों की भर्ती निकली जाए.
- जिन डिपार्टमेंट में पीजी होती है, उन सभी डिपार्टमेंट में जेएस/एसएस पदों का सृजन हो.
- अकादमिक और गैर-अकादमिक एसआर की तनख्वाह में विसंगति दूर हो. (वर्तमान में अकादमिक एसआर की तनख्वाह गैर-अकादमिक एसआर से कम है)
- राजस्थान सरकार के इन-सर्विस डॉक्टरों के लिए सुपर-स्पेशलाइजेशन के बाद, उनकी वेतन वृद्धि और पदोन्नति उसी तरह से हो, जैसे पीजी पासआउट डॉक्टरों की होती है.