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कितना खतरनाक है बंद कमरे में अंगीठी जलाना, एक्सपर्ट ने बताया ऐसे हो सकती है मौत - अंगीठी जलाकर सोना जानलेवा

Angithi can prove to be fatal: दिल्ली-NCR में अंगठी जलाकर सोने की वजह से कई लोगों की जान चली गई. सर्दियों में ऐसी खबरें आती हैं. आइए जानते हैं एक्सपर्ट से इसका कारण...

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jan 30, 2024, 8:04 PM IST

नई दिल्ली: बंद कमरे में अंगीठी जलाकर सोना जानलेवा है. पिछले कुछ महीनों में अंगीठी के धुएं ने कई लोगों की जान ले ली है. दिल्ली-NCR में भी कई लोगों की जान चली गई. हर साल सर्दियों में ऐसी खबरें आती रहती हैं, लेकिन इस पूरे मामले से आम लोगों को समझना चाहिए कि अंगीठी जलाकर सोना कैसे आपकी जान ले सकता है. इस स्थिति को समझने के लिए हमने डॉक्टर अनिल गोयल से बात की, जो IMA के पूर्व वित्त सचिव भी रह चुके हैं. उन्होंने बताया कि ये कैसे किसी की जान ले सकता है और क्यों हर किसी को अंगीठी जलाकर सोने से बचना चाहिए.

बंद कमरे में अंगीठी जलाकर इसलिए नहीं सोना चाहिएः डॉ गोयल ने बताया कि सर्दियों के मौसम में बंद कमरे के अंदर अंगीठी में लकड़ी या कोयला जलाना आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है. जब भी अंगीठी का इस्तेमाल करें तो अंगीठी ऐसी जगह पर जलाएं जहां वेंटीलेशन की अच्छी व्यवस्था हो. कोयला या लकड़ी के जलने के बाद कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी कई जहरीली गैसें निकलती हैं, जिससे आपकी मृत्यु भी हो सकती है.

दरअसल, बंद कमरे के अंदर अंगीठी जलाने से कमरे में कार्बन मोनोऑक्साइड का लेवल बढ़ जाता है और कमरे में धीरे-धीरे ऑक्सीजन का लेवल घटता चला जाता है. कार्बन मोनोऑक्साइड में उपस्थित कार्बन सीधे आपके ब्रेन को प्रभावित करती है और सोया इंसान बेहोश भी हो सकता है. साथ ही जब आप सांस लेते हैं तब खतरनाक कार्बन मोनोऑक्साइड गैस, सांस के जरिए शरीर में जाना शुरू हो जाता है. इससे एस्फिंक्सिया हो जाता है. एस्फिंक्सिया दिल, दिमाग और शरीर के दूसरे हिस्सों में ऑक्सीजन की आपूर्ति को कम कर देता है. जब दिल को कम खून की आपूर्ति होती है तब दूसरे टिशू सही मात्रा में खून पंप करने में असमर्थ हो जाते हैं. इस वजह से कार्डियक अरेस्ट होता है. इस स्थिति में मरीज को बिना देर किए हुए तुरंत अस्पताल ले जाना चाहिए.

अंगीठी जलाकर सोने से एनसीआर में हुई मौत

  • 29 जनवरी 2024: दिल्ली के मैदानगढ़ी इलाके में रात को अंगीठी जलाकर सोए परिवार के दो सदस्य मृत मिले. तीन सदस्यों की हालत गंभीर है.
  • 26 जनवरी 2024: नोएडा के छिजारसी में रात को अंगीठी जलाकर सोए 35 वर्षीय सम्मू खान और तीन महीने के बच्चे की मौत हो गई, पत्नी की हालत गंभीर मिली.
  • 14 जनवरी 2024: को दिल्ली के इंद्रपुरी इलाके में भी अंगीठी जलाकर सोने से एक 56 वर्षीय और एक 22 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई.
  • 14 जनवरी 2024: अलीपुर इलाके में अंगीठी जलाकर सोए पति पत्नी व दो बच्चों सहित कुल चार लोगों की मौत हो गई.

यह भी पढ़- दिल्ली के बिजवासन इलाके में फर्नीचर गोदाम में लगी भीषण आग, लाखों का फर्नीचर जलकर खाक

नई दिल्ली: बंद कमरे में अंगीठी जलाकर सोना जानलेवा है. पिछले कुछ महीनों में अंगीठी के धुएं ने कई लोगों की जान ले ली है. दिल्ली-NCR में भी कई लोगों की जान चली गई. हर साल सर्दियों में ऐसी खबरें आती रहती हैं, लेकिन इस पूरे मामले से आम लोगों को समझना चाहिए कि अंगीठी जलाकर सोना कैसे आपकी जान ले सकता है. इस स्थिति को समझने के लिए हमने डॉक्टर अनिल गोयल से बात की, जो IMA के पूर्व वित्त सचिव भी रह चुके हैं. उन्होंने बताया कि ये कैसे किसी की जान ले सकता है और क्यों हर किसी को अंगीठी जलाकर सोने से बचना चाहिए.

बंद कमरे में अंगीठी जलाकर इसलिए नहीं सोना चाहिएः डॉ गोयल ने बताया कि सर्दियों के मौसम में बंद कमरे के अंदर अंगीठी में लकड़ी या कोयला जलाना आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है. जब भी अंगीठी का इस्तेमाल करें तो अंगीठी ऐसी जगह पर जलाएं जहां वेंटीलेशन की अच्छी व्यवस्था हो. कोयला या लकड़ी के जलने के बाद कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी कई जहरीली गैसें निकलती हैं, जिससे आपकी मृत्यु भी हो सकती है.

दरअसल, बंद कमरे के अंदर अंगीठी जलाने से कमरे में कार्बन मोनोऑक्साइड का लेवल बढ़ जाता है और कमरे में धीरे-धीरे ऑक्सीजन का लेवल घटता चला जाता है. कार्बन मोनोऑक्साइड में उपस्थित कार्बन सीधे आपके ब्रेन को प्रभावित करती है और सोया इंसान बेहोश भी हो सकता है. साथ ही जब आप सांस लेते हैं तब खतरनाक कार्बन मोनोऑक्साइड गैस, सांस के जरिए शरीर में जाना शुरू हो जाता है. इससे एस्फिंक्सिया हो जाता है. एस्फिंक्सिया दिल, दिमाग और शरीर के दूसरे हिस्सों में ऑक्सीजन की आपूर्ति को कम कर देता है. जब दिल को कम खून की आपूर्ति होती है तब दूसरे टिशू सही मात्रा में खून पंप करने में असमर्थ हो जाते हैं. इस वजह से कार्डियक अरेस्ट होता है. इस स्थिति में मरीज को बिना देर किए हुए तुरंत अस्पताल ले जाना चाहिए.

अंगीठी जलाकर सोने से एनसीआर में हुई मौत

  • 29 जनवरी 2024: दिल्ली के मैदानगढ़ी इलाके में रात को अंगीठी जलाकर सोए परिवार के दो सदस्य मृत मिले. तीन सदस्यों की हालत गंभीर है.
  • 26 जनवरी 2024: नोएडा के छिजारसी में रात को अंगीठी जलाकर सोए 35 वर्षीय सम्मू खान और तीन महीने के बच्चे की मौत हो गई, पत्नी की हालत गंभीर मिली.
  • 14 जनवरी 2024: को दिल्ली के इंद्रपुरी इलाके में भी अंगीठी जलाकर सोने से एक 56 वर्षीय और एक 22 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई.
  • 14 जनवरी 2024: अलीपुर इलाके में अंगीठी जलाकर सोए पति पत्नी व दो बच्चों सहित कुल चार लोगों की मौत हो गई.

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