मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर में हरियाणा से लुधियाना तस्करी कर ले जाए जा रहे 21 बच्चों को मुक्त कराया गया है. मौके से 6 बाल तस्कर को भी गिरफ्तार किया गया है. सभी बच्चों को न्यू जलपाईगुड़ी से अमृतसर जाने वाली कर्मभूमि एक्सप्रेस से मुक्त कराया गया है. बच्चों को ट्रेन के जनरल बोगी में ले जाया जा रहा था. इस ट्रेन में काभी भीड़ होती है, जिसका का फायदा उठाकर तस्करों ने इसमें बच्चों को रखा था.
21 नाबालिग हुए मुक्त: फिलहाल 21 नाबालिग को मुक्त करा लिया गया है. सभी नाबालिक पश्चिम चंपारण और बिहार के कटिहार के रहने वाले बताए गए है. वहीं गिरफ्तार आरोपी में बिहार के कटिहार जिला के अबादपुर थाना के उदयपुर निवासी मो. अंसार, अररिया जिले के जोगबनी थाना के नगरमोरा निवासी मो. समीद, अररिया के नरपदगंज थाना के सोनापुर निवासी मो. कासो, पश्चिम चंपारण के उत्तर दिनाजपुर जिले के रायगंज थाना के नयाटोली निवासी मामुल शेख, कालियागंज थाना के पुरवा रामपुर निवासी नारायण वर्मन व विश्वजीत शामिल है.
बचपन बचाओ आंदोलन के तहत हुआ काम: आरपीएफ मुजफ्फरपुर पोस्ट के प्रभारी मनीष कुमार ने बताया कि बाल तस्करी की गुप्त जानकारी मिली थी. सूचना के आधार पर उनके नेतृत्व में आरपीएफ और जीआरपी की टीम ने बचपन बचाओ आंदोलन के एपीओ के साथ मिलकर जांच अभियान चलाया. इस दौरान 12407 कर्मभूमि एक्सप्रेस के जनरल बोगी में तलाशी अभियान के दारान नाबालिगों को मुक्त कराया गया.
"जांच के दौरान ट्रेन के अंदर देखा गया कि कुछ डरे सहमे बच्चे बोगी के गेट और रास्ते में बैठे है. उन बच्चों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में होटल में काम करवाने ले जाया जा रहा है. वहीं अन्य बच्चों ने बताया कि लुधियाना के प्लाई फैक्ट्री में काम करने के लिए ले जाया जा रहा है. इसके बाद बच्चों को ले जाने वाले को पकड़ा गया."- मनीष कुमार, आरपीएफ पोस्ट प्रभारी, मुजफ्फरपुर
बच्चों से होटल और प्लाई फैक्ट्री में करवाते काम: पूछताछ में पता चला की यह सभी मिलकर बच्चों की तस्करी कर रहे थे. सभी बच्चों को होटल और प्लाई फैक्ट्री में काम कराने के लिए लुधियाना ले जा रहें थे. फिलहाल सभी नाबालिग को चाइल्डलाइन को सौंप दिया गया है. वहीं तस्कर से पूछताछ की गई, जिसके बाद सभी को मुजफ्फरपुर रेल पुलिस के हवाले सौप दिया गया है. जहां से आगे की कानूनी कार्रवाई की जायेगी.