लखनऊ: निर्माण की गुणवत्ता खराब होने की वजह से सीतापुर में हर घर नल से जल योजना के तहत लगाई गई पानी की टंकी टेस्टिंग में ढह गई थी. टंकी को जल जीवन मिशन ग्रामीण की ओर से लगाया गया था. इस मामले में जांच रिपोर्ट आने के बाद प्रथमदृष्टया दोषी पाए गए अधिशासी अभियंता और सहायक अभियंता को निलंबित कर दिया गया है. जबकि अवर अभियंता को नौकरी से निकाल दिया गया है.
जल जीवन मिशन ग्रामीण में भ्रष्टाचार की वजह से सड़कों के खराब होने की कई शिकायत सामने आ रही हैं. जिसको लेकर अब नया दावा किया गया है कि ऐसी दशा में अभियंताओं और ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. IAS डॉ. राजशेखर MD जल निगम ग्रामीण ने सीतापुर के अधिशासी अभियंता आलोक पटेल और सहायक अभियंता विनोद को निलंबित कर दिया है. जबकि JE को बर्खास्त कर दिया है.
इन इजीनियरों पर आरोप है कि पानी टंकी में भ्रष्टाचार किया गया था. जिसके चलते पानी की टंकी उद्घाटन से पहले टेस्टिंग में ही गिर गई थी. इसके बाद अब दावा किया जा रहा है कि नवरात्रि से पहले सड़कों की मरम्मत न करने वाले कॉन्ट्रैक्टर जेल जाएंगे और इंजिनियर सस्पेंड किए जाएंगे.
दरअसल, हर घर नल से जल में पाइपलाइन बिछाने के लिए काटी गई सड़कों की मरम्मत न करने वाले और नल कनेक्शन की गलत रिपोर्टिंग करने वाली एजेंसियों के खिलाफ ब्लैकलिस्टिंग और कॉन्ट्रैक्टर को जेल भेजा जाएगा. साथ ही संबंधित अधिशासी अभियंता के खिलाफ सस्पेंशन की कार्रवाई होगी.
प्रदेश के कई जिलों से पाइपलाइन बिछाने के बाद एजेंसी द्वारा सड़क की मरम्मत न करने की आ रही शिकायतों को देखते हुए राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन ऐसे कॉन्ट्रैक्टर और एजेंसियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी का दावा कर रहा है.
नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने ऐसी सभी एजेंसियों और अधिशासी अभियंता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के अधिशासी निदेशक को दिए हैं.
जिसके बाद मिशन के अधिशासी निदेशक बृजराज सिंह यादव ने इस बाबत जल निगम ग्रामीण के सभी अधिशासी अभियंताओं और जल जीवन मिशन के सभी कॉन्ट्रैक्टर को पत्र लिखकर नवरात्रि से पहले सभी सड़कों को दुरुस्त करने और कनेक्शन वाले गांवों में नियमित जलापूर्ति करने को कहा है.