दुमका: भारतीय जनता पार्टी की दुमका लोकसभा प्रत्याशी सीता सोरेन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि बुधवार को जामताड़ा के नाला विधानसभा क्षेत्र के तेज जोरिया गांव के पास उनकी दोनों बेटी चुनाव प्रचार के लिए गईं थीं. वहां स्थानीय विधायक सह विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो के बेटे और कुछ झामुमो के कार्यकर्ताओं के साथ ईंट-पत्थर के साथ खड़े थे. उनकी मंशा मेरी बेटियों पर हमला करने की थी, पर खतरा भांप कर वह दोनों वहां से निकलने में सफल हुईं. सीता सोरेन का कहना है कि यह सब कुछ कल्पना सोरेन के इशारे पर किया गया और आज वह जामताड़ा में एफआईआर करेंगी.
जयश्री और राजश्री गई थी मां के लिये वोट मांगने
दरअसल, सीता सोरेन और जयश्री सोरेन ने जो जानकारी दी उसके अनुसार कल जयश्री सोरेन और उसकी बहन राजश्री सोरेन दोनों जामताड़ा जिले के नाला विधानसभा क्षेत्र के तेज जोरिया गांव चुनाव प्रचार में गई थी. उनका रूट पहले से तय था. अचानक उन्होंने अपने गाड़ी से ही देखा कि विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो जो वहां के स्थानीय विधायक हैं, उनके पुत्र अपने कुछ झामुमो कार्यकर्ताओं के साथ ईंट-पत्थर लेकर हमले की मंशा से खड़े हैं. उन्होंने स्थिति को समझते हुए वहां से निकलने में अपनी भलाई समझी.
जयश्री और सीता सोरेन दोनों ने कहा कि इस हमले के पीछे कल्पना सोरेन की साजिश है. जयश्री सोरेन ने कहा कि चाची कल्पना सोरेन मुझ पर हमला करवाना चाहती थीं. उन्हें यह पता होना चाहिए कि मैं दुर्गा सोरेन की बेटी और शिबू सोरेन की पोती हूं, जिन्होंने इस राज्य को अलग करने में अपना खून पसीना बहाया है. जयश्री ने कहा कि वे लोग मुझे चुनाव प्रचार से रोकना चाहते हैं पर मैं डरने वाली नहीं हूं. उनका मुकाबला करूंगी.
सीता सोरेन ने कहा होगा एफआईआर, मांगी सुरक्षा
सीता सोरेन ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के लोग मेरे इलेक्शन कैंपेनिंग से घबरा गए हैं और वे हिंसा का सहारा लेना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के लोगों के द्वारा मेरी बेटियों पर हमले का प्रयास किया गया. मैं चुप नहीं रहने वाली. लोगों को चिन्हित कर एफआईआर करवाऊंगी. साथ ही साथ उन्होंने जामताड़ा के एसपी से सुरक्षा की मांग की है.
भ्रष्टाचार में डूबे हैं महागठबंधन के नेता
सीता सोरेन ने कहा कि जिस तरह आलमगीर आलम को ईडी ने जेल भेजा और अब मनीष रंजन को तलब किया है. इससे साफ पता चलता है कि वर्तमान झारखंड सरकार में भ्रष्टाचार का बोलबाला है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से ईडी की कार्रवाई में परतदार परत खुलती जा रहा है उसे यह लगता है कि आने वाले विधानसभा चुनाव तक महा गठबंधन के कई नेता जेल में होंगे.
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