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पश्चिमी राजस्थान समेत प्रदेश भर में बढ़े शिकार के मामलों की जांच के लिए एसआईटी गठित

SIT will investigate poaching case, जैसलमेर के साथ-साथ पश्चिमी राजस्थान में बीते कुछ समय से बढ़ी शिकार की घटनाओं की जांच के लिए अब एसआईटी गठित की गई है. इस एसआईटी टीम में चार सदस्य होंगे, जो कि एक माह के भीतर शिकार की घटनाओं की जांच कर अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे. साथ ही ये टीम गत दिनों हुई शिकार की घटनाओं में वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत की भी जांच करेगी.

SIT will investigate poaching case
SIT will investigate poaching case
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 16, 2024, 3:20 PM IST

अखिल भारतीय जीव रक्षा विश्नोई सभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिवराज विश्नोई

जैसलमेर. भारत-पाक सीमा से लगे सरहदी जिले जैसलमेर के साथ-साथ पश्चिमी राजस्थान में बीते कुछ समय से बढ़ी शिकार की घटनाओं की जांच के लिए अब एसआईटी का गठन किया गया है. इस एसआईटी टीम में चार सदस्य होंगे, जो कि एक माह की समयावधि में शिकार की घटनाओं की जांच कर अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे. इसके साथ ही एसआईटी टीम गत दिनों हुई शिकार की घटनाओं में वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत की भी जांच करेगी और रिपोर्ट पेश करेगी.

दरअसल, अखिल भारतीय जीव रक्षा विश्नोई सभा ने हिरण शिकार मामले में वन विभाग की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए नाराजगी जताई थी. साथ ही इस मामले में एसआईटी गठन कर जांच करवाने की मांग की थी. अपनी इस मांग को लेकर अखिल भारतीय जीव रक्षा विश्नोई सभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिवराज विश्नोई के नेतृत्व में पर्यावरण प्रेमियों ने जयपुर स्थित सचिवालय में राजस्थान के वन व पर्यावरण मंत्री संजीव शर्मा से मुलाकात कर उन्हें इस विषय से अवगत कराते हुए ज्ञापन सौंपा. इस ज्ञापन में उन्होंने जैसलमेर जिले समेत पश्चिमी राजस्थान में घटित विभिन्न घटनाओं समेत शिकार के मामलों पर नाराजगी जताई. वहीं, प्रकरणों की जांच के लिए एसआईटी गठित करने की मांग की. इसको लेकर वन्यजीव प्रेमी राधेश्याम विश्नोई ने बताया कि जैसलमेर सहित प्रदेश भर में खास कर पश्चिमी राजस्थान में बीते समय से लगातार शिकार की घटनाएं बढ़ रही है. वहीं, इन शिकार की घटनाओं से प्रदेश के पर्यावरण प्रेमियों में खासा रोष है.

इसे भी पढ़ें - हिरण शिकार मामले के खिलाफ कलेक्टर ऑफिस के बाहर धरने पर बैठा बिश्नोई समाज, कराया सद्बुद्धि यज्ञ

ज्ञापन के तुरंत बाद हुआ एसआईटी का गठन : गौरतलब है कि अखिल भारतीय जीव रक्षा विश्नोई सभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिवराज विश्नोई के नेतृत्व में विभिन्न संगठनों के पर्यावरण प्रेमियों ने पर्यावरण मंत्री को ज्ञापन दिया. इसके तुरंत बाद वन व पर्यावरण मंत्री संजीव शर्मा ने एसआईटी के गठन का आदेश दिया, जिसके बाद प्रधान मुख्य वन संरक्षक मनीष कुमार गर्ग ने एसआईटी का गठन किया. इसमें में 4 सदस्यों की टीम बनाई गई है, जिन्हें शिकार के मामलों की जांच कर एक महीने में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं.

एसआईटी गठन के आदेश जारी होने के बाद अखिल भारतीय जीव रक्षा विश्नोई सभा ने खुशी जताते हुए कहा कि अब शिकार के मामलों की निष्पक्ष जांच होने की उम्मीद है. इस दौरान जीव रक्षा सभा बीकानेर के अध्यक्ष मोखराम धारणिया जैसलमेर-मोहनगढ़ की कमेटी के सदस्य व नोखा के पूर्व विधायक बिहारीलाल विश्नोई सहित अन्य मौजूद रहे.

अखिल भारतीय जीव रक्षा विश्नोई सभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिवराज विश्नोई

जैसलमेर. भारत-पाक सीमा से लगे सरहदी जिले जैसलमेर के साथ-साथ पश्चिमी राजस्थान में बीते कुछ समय से बढ़ी शिकार की घटनाओं की जांच के लिए अब एसआईटी का गठन किया गया है. इस एसआईटी टीम में चार सदस्य होंगे, जो कि एक माह की समयावधि में शिकार की घटनाओं की जांच कर अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे. इसके साथ ही एसआईटी टीम गत दिनों हुई शिकार की घटनाओं में वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत की भी जांच करेगी और रिपोर्ट पेश करेगी.

दरअसल, अखिल भारतीय जीव रक्षा विश्नोई सभा ने हिरण शिकार मामले में वन विभाग की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए नाराजगी जताई थी. साथ ही इस मामले में एसआईटी गठन कर जांच करवाने की मांग की थी. अपनी इस मांग को लेकर अखिल भारतीय जीव रक्षा विश्नोई सभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिवराज विश्नोई के नेतृत्व में पर्यावरण प्रेमियों ने जयपुर स्थित सचिवालय में राजस्थान के वन व पर्यावरण मंत्री संजीव शर्मा से मुलाकात कर उन्हें इस विषय से अवगत कराते हुए ज्ञापन सौंपा. इस ज्ञापन में उन्होंने जैसलमेर जिले समेत पश्चिमी राजस्थान में घटित विभिन्न घटनाओं समेत शिकार के मामलों पर नाराजगी जताई. वहीं, प्रकरणों की जांच के लिए एसआईटी गठित करने की मांग की. इसको लेकर वन्यजीव प्रेमी राधेश्याम विश्नोई ने बताया कि जैसलमेर सहित प्रदेश भर में खास कर पश्चिमी राजस्थान में बीते समय से लगातार शिकार की घटनाएं बढ़ रही है. वहीं, इन शिकार की घटनाओं से प्रदेश के पर्यावरण प्रेमियों में खासा रोष है.

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ज्ञापन के तुरंत बाद हुआ एसआईटी का गठन : गौरतलब है कि अखिल भारतीय जीव रक्षा विश्नोई सभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिवराज विश्नोई के नेतृत्व में विभिन्न संगठनों के पर्यावरण प्रेमियों ने पर्यावरण मंत्री को ज्ञापन दिया. इसके तुरंत बाद वन व पर्यावरण मंत्री संजीव शर्मा ने एसआईटी के गठन का आदेश दिया, जिसके बाद प्रधान मुख्य वन संरक्षक मनीष कुमार गर्ग ने एसआईटी का गठन किया. इसमें में 4 सदस्यों की टीम बनाई गई है, जिन्हें शिकार के मामलों की जांच कर एक महीने में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं.

एसआईटी गठन के आदेश जारी होने के बाद अखिल भारतीय जीव रक्षा विश्नोई सभा ने खुशी जताते हुए कहा कि अब शिकार के मामलों की निष्पक्ष जांच होने की उम्मीद है. इस दौरान जीव रक्षा सभा बीकानेर के अध्यक्ष मोखराम धारणिया जैसलमेर-मोहनगढ़ की कमेटी के सदस्य व नोखा के पूर्व विधायक बिहारीलाल विश्नोई सहित अन्य मौजूद रहे.

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