सिरमौर: हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के मुख्यालय नाहन के पास बनाए जाने वाले हेलीपोर्ट के निर्माण को लेकर कवायद तेज हो गई है. सरकार से इसे हरी झंडी मिल चुकी है. इसके निर्माण से पहले प्रस्तावित बाधा सीमा सतह यानी ओएलएस सर्वे होगा. आज शुक्रवार को इस सर्वे कार्य के लिए टेंडर खुलेंगे. जिस भी कंपनी को ये टेंडर अवार्ड होंगे, वह हेलीपोर्ट निर्माण से पहले संबंधित साइट और क्षेत्र का सर्वे करेगी.
धार क्यारी मोहल में बनेगा हेलीपोर्ट
दरअसल यह हेलीपोर्ट जिला मुख्यालय नाहन के पास धार क्यारी मोहल में प्रस्तावित है. जिला प्रशासन की ओर से हेलीपोर्ट निर्माण के लिए चयनित 11 बीघा 10 बिस्वा भूमि पहले ही पर्यटन विभाग को हस्तांतरित की जा चुकी है. इसके निर्माण संबंधी सभी औपचारिकताएं पूरी कर प्रशासन पहले ही सरकार को स्वीकृति के लिए भेज चुका है. अब ओएलएस सर्वे के बाद इसके निर्माण के लिए बजट का प्रावधान किया जाना है.
सर्वेक्षण करेगी कंपनी
टेंडर लेने वाली कंपनी इस हेलीपोर्ट का बाधा युक्त सीमाओं सहित इससे जुड़े विभिन्न कार्यों का सर्वेक्षण करेगी. रिपोर्ट के आधार पर हेलीपोर्ट के निर्माण को लेकर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. फिलहाल, इस पर कितना बजट व्यय किया जाएगा, यह सर्वे के उपरांत ही तय होगा.
सिरमौर के लिए बड़ी सौगात
हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार की ये जिला सिरमौर के लिए बड़ी सौगात है. सरकार ने नाहन में हेलीपोर्ट को मंजूरी दे दी है. सरकार की हरी झंडी मिलते ही लोक निर्माण विभाग ने हाल ही में हेलीपोर्ट के लिए प्रस्तावित बाधा सीमा सतह सर्वे के टेंडर कर दिए थे.
हेलीपोर्ट में ये मिलेंगी सुविधाएं
जिला प्रशासन द्वारा वर्ष 2023 में सरकार को भेजी गई प्रपोजल के मुताबिक हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों को प्रस्तावित इस हेलीपोर्ट में कई सुविधाएं उपलब्ध होंगी. हेलीपोर्ट में हर समय 3 हेलीकॉप्टर की सुविधा उपलब्ध रहेगी. यात्रियों के लिए बैठने की उचित व्यवस्था के साथ वेटिंग रूम का निर्माण भी होगा. सिक्योरिटी के भी प्रबंध होंगे. यही नहीं यात्रियों के खाने-पीने की व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए इस हेलीपोर्ट में रेस्टोरेंट का भी निर्माण किया जाएगा. हेलीपोर्ट में यात्रियों को वह तमाम सुविधाएं मिलेंगी, जो एक मिनी हवाई अड्डे के रूप में मिलती हैं.
पर्यटन को लगेंगे नए पंख
हेलीपोर्ट के निर्माण से बाहर से आने वाले यात्रियों व स्थानीय लोगों का हवाई यात्रा के जरिए आने-जाने का सिलसिला शुरू होगा. शिमला, चंडीगढ़, धर्मशाला इत्यादि क्षेत्रों में हेलीकॉप्टर की सेवाओं से लोगों को बड़ा लाभ मिल सकेगा. हालांकि, हेलीकॉप्टर की सुविधाएं कहां-कहां के लिए मिलेंगी, यह सब निर्माण के बाद ही तय किया जाएगा. लेकिन, इतना जरूर है कि अब जिला सिरमौर में भी जल्द हवाई यात्रा शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है. इससे सिरमौर के पर्यटन को भी नए पंख लगेंगे.
पीडब्ल्यूडी नाहन मंडल के एक्सईएन आलोक जनवेजा ने बताया, "हेलीपोर्ट निर्माण को लेकर होने वाले ओएलएस सर्वे के टेंडर आज खुलेंगे. इसके बाद संबंधित कंपनी इसका सर्वेक्षण करेगी. जाबल का बाग के समीप धारक्यारी मोहल में हेलीपोर्ट का निर्माण होना है. सरकार से इसे मंजूरी मिल चुकी है. हेलीपोर्ट के निर्माण के लिए बजट का प्रावधान बाद में किया जाएगा. इसके निर्माण से पूर्व ओएलएस सर्वे किया जाना है."