मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी में महान सर्वेयर जनरल सर जॉर्ज एवरेस्ट का 234 वां जन्मदिन धूमधाम के साथ मनाया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रजस एयरो स्पोर्ट्स एंड एडवेंचर प्राइवेट लिमिटेड के उपाध्यक्ष कर्नल मुकेश यादव ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सर जार्ज को याद किया. इस मौके पर जौनपुर से आये लोक कलाकारों ने पारंपरिक वाद्य यंत्रों व लोक नृत्य और गीत प्रस्तुत किये. जिसने सभी के मन को मोह लिया.
बता दें 4 जुलाई 1790 को क्रिकवेल (यूनाइटेड किंगडम) में पीटर एवरेस्ट व एलिजाबेथ एवरेस्ट के घर जन्मे सर जॉर्ज एवरेस्ट ने 1832 से लेकर 1843 तक दुनिया की कई ऊंची चोटियों की खोज मसूरी में रहकर की थी. इतिहासकार गोपाल भारद्वाज बताते हैं कि सर जॉर्ज साल 1830 से 1843 तक भारत के सर्वेयर जनरल भी रहे थे.
जॉर्ज एवरेस्ट जन्मदिन के मौके पर कर्नल मुकेश यादव ने बताया रजन एयरो स्पोर्ट्स कंपनी सर जॉर्ज एवरेस्ट हाउस पर्यटक स्थल को विकसित कर रही है. उन्होंने बताया सर जॉर्ज एवरेस्ट का भारत की मैपिंग में बहुत बड़ा योगदान रहा. उन्होंने कहा हिमालय क्षेत्र का सर्वे बड़ा कठिन काम था, जिसे उन्होंने सफलतापूर्वक किया. इस मौके पर राधानाथ सिकंदर को भी याद किया जाना चाहिए, जो मैथमेटिशियन थे. उन्होंने सारी कैल्कुलेशन की. उन्होंने कहा यहां पर सर जार्ज एवरेस्ट का म्यूजियम बनाया गया है. हेलीकॉप्टर सर्विस शुरू की गई है. इसके साथ ही यहां आने के लिए रोपवे व एडवेंचर पार्क बनाने का भी प्रस्ताव है. इसे मसूरी का सबसे सुंदर पर्यटक स्थल बनाया जायेगा.
सर जॉर्ज एवरेस्ट के जन्म दिवस को पर्यटन विभाग के अधिकारी भूल गए, जबकि पूर्व में पर्यटन विभाग द्वारा जॉर्ज एवरेस्ट हाउस में सर जॉर्ज एवरेस्ट के जन्मदिन पर कार्यक्रम आयोजित किये जाते रहे हैं. इस बार पर्यटन विभाग का कोई भी अधिकारी जार्ज एवरेस्ट नहीं पहुंचा. जिससे पर्यटन विभाग की सर जॉर्ज एवरेस्ट को लेकर उदासीनता इसमें साफ नजर आती है.