पटना: कहते हैं शौक बड़ी चीज है, और फिर जब इंसान के पास रुतबा और पैसा आ जाए तो वह उसे पूरा करने में लग जाता है. आईएएस ऑफिसर रुतबे और शौक के लिए जाने जाते हैं. बिहार में भी ऐसे नौकरशाहों की कमी नहीं है, लेकिन कुछ ऐसे भी नौकरशाह हैं जो सादा जीवन उच्च विचार पर विश्वास रखते हैं. ये आम आदमी की तरह ही जीवन बिताना पसंद करते हैं. बिहार सरकार के गृह अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ की पहचान उनकी 'सादगी' है.
सड़क किनारे बाल कटवाते हैं IAS: आज के इस दौर में जहां महंगे सैलून का ट्रेंड चल गया है. आम से लेकर खास तक, सभी बड़े-बड़े सैलून में अपना हेयर स्टाइल कराते हैं, तो वहीं एस सिद्धार्थ महंगे सैलून के बजाय सड़क के किनारे कुर्सी पर बैठकर बाल कटवाना ज्यादा पसंद करते हैं. उनकी एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें वह बेली रोड में सड़क के किनारे 'इटैलियन सैलून' में नाई से बाल कटवाते नजर आ रहे हैं.
छठ के दौरान ठेकुआ बनाते वीडियो वायरल: इसके पहले छठ पर्व के दौरान एस सिद्धार्थ का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह ठेकुआ बनाते देखे गए थे. वह बड़े मजे से बिलकुल बिहारी स्टाइल में ठेकुआ के ढ़ांचे पर लोई को अपने हाथों से दबा कर ठेकुआ बना रहे थे. मोटरसाइकिल की सवारी भी इनका पसंदीदा शौक है. राजधानी पटना की सड़कों पर बिना लाव लश्कर के एस सिद्धार्थ कई बार मोटरसाइकिल की सवारी करते भी दिख जाते हैं.
लोगों को सुनने अकेले चले जाते हैं एस सिद्धार्थ: बता दें कि इससे पहले भी आईएएस अधिकारी डॉ एस सिद्धार्थ की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो चुके हैं. एक बार वह गया पहुंचे थे, जहां अधिकारियों के साथ बैठक के बाद लोगों की समस्या जानने के लिए लोगों के बीच वह अकेले ही निकल गए थे. उन्होंने बिल्कुल आम शख्स की तरह घूम-घूमकर लोगों से उनकी परेशानियों को जाना था, इस तरह से उनको देखकर लोग भी काफी हैरान थे.
लग्जरी वाहनों को छोड़ साइकिल रिक्शा की सवारी: भ्रमण के दौरान सुरक्षा और लग्जरी वाहनों के तामझाम को छोड़ एस सिद्धार्थ को साइकिल रिक्शा पर बैठे भी देखा गया है. वो भी सीट पर नहीं, बल्कि नीचे ही बैठकर वह रिक्शा चालक से बात करते नजर आए हैं. रिक्शा चालक को इस बात की जानकारी भी नहीं थी कि जो उसके रिक्शे पर बैठा है, वह कोई बड़ा अधिकारी है.
सड़क किनारे गुपचुप भी खाते हैं IAS: एस सिद्धार्थ महंगे पांच सितारा होटल में जाने के बजाए, चौक-चौराहे पर गुपचुप और चाट का आनंद उठाने में भी पीछे नहीं रहते. ठेले वाली पूड़ी-कचौरी भी बड़े चाव से खाते हैं. पानी प्यास लगने पर उन्हें मिनरल वाटर की जरूरत नहीं होती, ठेले के पास रखे डिब्बे में जग से पानी निकालकर पीने में उन्हें जरा भी संकोच नहीं होता.
चाय की टपरी पर कुल्हड़ वाली चाय के शौकीन: इसके साथ ही वह चाय के शौकीन भी है. इसके लिए वह चाय की टपरी पर जाकर, जमीन पर बैठकर कुल्हड़ वाली चाय का लुत्फ भी उठाते हैं. इतना ही नहीं, घर के लिए सब्जी की खरीददारी करने के लिए वह सब्जी मंडी चले जाते हैं और जमीन पर बैठकर सब्जी वाले से चुन-चुन सब्जी खरीदते हैं. उन्हें इस तरह देखकर यह कोई नहीं कह सकता, कि यह कोई आईएएस अधिकारी है.
कौन हैं डॉ. एस सिद्धार्थ ? : बता दें कि डॉ. एस सिद्धार्थ बिहार कैडर के 1991 बैच के IAS अधिकारी हैं. एस सिद्धार्थ बिहार सरकार के सीनियर आईएएस ऑफिसर हैं. वह कैबिनेट विभाग में अपर मुख्य सचिव के पद पर तैनात हैं. सरकार में कई अहम जिम्मेदारी एस सिद्धार्थ के पास है. एस सिद्धार्थ को मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव की जिम्मेदारी भी मिली हुई है. इससे पहले एस सिद्धार्थ वित्त विभाग के अलावा उद्योग, सामान्य प्रशासन समेत दूसरों विभागों का जिम्मा संभाल चुके हैं. साथ ही औरंगाबाद, भोजपुर और मुजफ्फरपुर में जिलाधिकारी (DM) रह चुके हैं.
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