सीधी। जमोड़ी थाना क्षेत्र में 13 वर्षीय किशोरी के अपहरण का मामला सामने आया था. घटना के बाद से ही आरोपी फरार चल रहा था. पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि आरोपी सूखा नदी पुल के पास बैठा हुआ है. जिसके बाद पुलिस उसे घेराबंदी करके पकड़ने के लिए पहुंची थी. पुलिस को आता देख आरोपी भागने की फिराक में जुट गया. चारों तरफ से खुद को पुलिस से घिरता देखकर आरोपी को जब कुछ नहीं सूझा तो उसने सूखा नदी में ही छलांग लगा दी. वहीं आरोपी को भागता देख प्रधान आरक्षक भी नदी में कूद गए, जिससे उनका पैर टूट गया. उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पुलिस को देख आरोपी ने लगाई नदी में छलांग
घटना शुक्रवार की शाम करीब सात बजे की है. बताया गया कि आरोपी 13 वर्षीय किशोरी का अपहरण कर गुजरात-सूरत भाग गया था. परिजनों की शिकायत पर जमोड़ी थाना पुलिस भादवि की धारा 363 के तहत अपराध पंजीवद्ध कर उसकी तलाश कर रही थी. मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपी के सीधी में होने की पुष्टि हुई. जिस पर जमोड़ी थाना में पदस्थ प्रधान आरक्षक मोतीलाल सिंह अन्य पुलिसकर्मियों के साथ सूखा नदी के किनारे व्हीआईपी मार्ग में आरोपी का पीछा करने लगे. पुलिस को देख आरोपी ने काफी उंचाई से सूखा नदी में छलांग लगा दी. जिस पर प्रधान आरक्षक भी नदी में कूद गया. जिसमें उनका पैर टूट गया.
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आरोपी को पकड़ने नदी में कूदी पुलिस
जमोड़ी थाना प्रभारी विशाल शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया है कि ''थाना जमोड़ी मे तीन-चार माह पहले एक 13 वर्षीय किशोरी की गुमशुदगी दर्ज हुई थी. पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी सूखा नदी के पास आया हुआ है. लेकिन पुलिस को आता देख आरोपी ने सूखा नदी में छलांग लगा दी. आनन-फानन में प्रधान आरक्षक ने आरोपी को भागते हुए देख लिया जिससे पकड़ने के लिए पुलिसकर्मी स्वयं आरोपी के पीछे-पीछे सूखानदी मे कूद गए. जहां प्रधान आरक्षक का पैर टूट गया है.''