सीधी। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत और फिर बांधवगढ़ से लगे गांव में हाथियों द्वारा तीन लोगों को बेरहमी से कुचलने से मचे हड़कंप के बाद एक और खबर ने वन विभाग की चिंताएं बढ़ा दी हैं. दरअसल, छत्तीसगढ़ की सीमा से सीधी जिले के संजय राष्ट्रीय उद्यान में एक बार फिर हाथियों का दल पहुंच चुका है. बीते एक सप्ताह से हाथियों की वजह से लोग परेशान हैं. रोज हाथी आते हैं और ग्रामीण उन्हें भगाते हैं. जंगली हाथियों से लोगों में दहशत है.
संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान को बनाया ठिकाना
बीते एक साल में कई बार हाथियों का दल सीधी जिले में प्रवेश कर चुके हैं. आधा सैकड़ा से अधिक घरों को निशाना बना चुके हैं. संजय राष्ट्रीय उद्यान अब छत्तीसगढ़ के हाथियों का नया ठिकाना बनता जा रहा है. छत्तीसगढ़ से आने वाले ये हाथी पूरे रास्ते में उत्पात मचाते हुए आते हैं. इसी सप्ताह उमरिया जिले में हाथियों के दल ने हमला कर 3 आदिवासियों को कुचल दिया था. जिससे उनकी मौत हो गई थी. अब फिर 18 हाथियों का एक और झुंड सीधी के ग्राम उमरिया, वस्तुआ सहित कई गांवों के समीप पहुंच गया है.
वन विभाग की टीमें गांवों में करा रही मुनादी
हाथियों से ग्रामीणों में दहशत है. इस बीच वन विभाग के ढाई सौ से ज्यादा कर्मचारी फील्ड में तैनात किए गए हैं. पटाखे जलाने एवं आग लगाने के लिए अनाउंस किया जा रहा है. ग्रामीणों से रात्रि में सावधान रहने की अपील की जा रही है. उमरिया गांव का माहौल पूरी तरह से दहशत से भर चुका है. उमरिया पंचायत के पास जंगली हाथियों का झुंड लगातार डेरा डाले है. इस मामले में पोड़ी के रेंजर कविता साकेत ने बताया "छत्तीसगढ़ की तरफ से 22 हाथियों का दल सीधी में प्रवेश किया है लेकिन अभी तक हमने 18 हाथियों की पुष्टि की है. हाथी गांव की तरफ भाग रहे हैं, जहां किसान उन्हें भगा देते हैं और वन विभाग की टीम लगातार सतत निगरानी कर रही है."