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बाप रे! प्लास्टिक की बोतल में पानी पीना इतना खतरनाक - plastic bottle drink water effects

PLASTIC BOTTLE DRINK WATER EFFECTS: अगर आप प्लास्टिक की बोतल में पानी पीते है तो अपनी ये आदत आज से ही सुधार लीजिए वरना ये आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है. आखिर क्या है वजह चलिए जानते हैं.

side effects of drinking water in plastic bottles in hindi
side effects of drinking water in plastic bottles (photo credit: social media)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 2, 2024, 8:43 AM IST

Updated : Jun 2, 2024, 8:54 AM IST

PLASTIC BOTTLE DRINK WATER EFFECTS: हमारी जिंदगी को प्लास्टिक ने पूरी तरह से जकड़ रखा है. हम घर में हो या फिर बाहर कुछ भी खाएंगे-पीएंगे तो कहीं न कहीं प्लास्टिक का जुड़ाव उससे जरूर नजर आएगा. खासकर प्लास्टिक की बोतलों में पानी पीना अब आम हो चुका है. क्या आप जानते हैं प्लास्टिक की बोतल से पानी पीना कितना खतरनाक है. चलिए हम आपको हालिया कुछ शोध रिपोर्ट के जरिए इसके खतरे के बारे में बताते हैं.

बीते दिनों प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में एक रिसर्च प्रकाशित की गई थी. इसमें कहा गया था कि प्लास्टिक की बोतल में पानी पीना सेहत के लिए बेहद खतरनाक है. शोधकर्ताओं के मुताबिक शोध के दौरान प्लास्टिक की बोतल में प्रति लीटर 100000 से अधिक नैनो प्लास्टिक अणु मिले थे. बेहद छोटे और न दिखने वाले ये अणु रक्त प्रवाह को प्रवाहित करने के साथ ही हमारे मस्तिक में भी प्रवेश कर जाते हैं. इससे कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.

विशेषज्ञों के मुताबिक प्लास्टिक की बोतल के जल में बिस्फेनॉल-ए और फ़ेथलेट्स जैसे केमिकल मिल जाते हैं. जब इन बोतलों को धूप में लाया जाता है तो ये केमिकल तेजी से पानी में घुल जाते हैं. यह पानी सेहत के लिए बेहद ही खतरनाक है. यह केमिकल सेहत को कई बीमारियों से ग्रसित कर देता है.

बीते दिनों हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की एक रिसर्च सामने आई थी. इसमें कहा गया था कि बिस्फेनॉल ए केमिकल के ज्यादा सेवन से दिल के रोग और डायबिटीज का कई गुना खतरा बढ़ जाता है. विशेषज्ञों का यह तक कहना है कि प्लास्टिक की बोतल के गर्म पानी के सेवन से कई बीमारियां होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. प्लास्टिक की बोतल में पानी के अत्याधिक सेवन से कैंसर जैसी बीमारी होने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है. इसके साथ ही यह प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित करता है.

कौन सी बोतल में पानी पीना चाहिए?

  • स्टील या फिर अन्य किसी धातु की बोतल इस्तेमाल करें.
  • प्लास्टिक की बोतलों को सफर के दौरान न ले जाएं.
  • प्लास्टिक के गिलासों में भी पानी पीने से बचें.
  • बच्चों को प्लास्टिक की बोतल में पानी देकर स्कूल न भेजें.
  • प्लास्टिक की बाल्टियों के बजाय स्टील के बर्तन इस्तेमाल करें.
  • आप कांच की बोतलों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

भारत में हर साल 35 लाख टन प्लास्टिक निकलता
एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर साल 35 लाख टन प्लास्टिक का वेस्ट निकल रहा है. आने वाले पांच वर्षों में यह दोगुना होने की उम्मीद है. पूरे विश्व में 480 बिलियन से अधिक प्लास्टिक की बोतलें बेचीं गईं हैं. प्लास्टिक के अत्याधिक इस्तेमाल के कारण लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. आपको बता दें कि प्लास्टिक को जलाने पर भी सेहत को खतरा है. इसके जहरीले कण हमारी सेहत को काफी नुकसान पहुंचाते हैं.

ये भी पढ़ेंः मसल्स मैन ऐसे बनें, ये खास 5 टिप्स डोले-शोले वाला हीरो बना देंगे; एक क्लिक में जानिए

PLASTIC BOTTLE DRINK WATER EFFECTS: हमारी जिंदगी को प्लास्टिक ने पूरी तरह से जकड़ रखा है. हम घर में हो या फिर बाहर कुछ भी खाएंगे-पीएंगे तो कहीं न कहीं प्लास्टिक का जुड़ाव उससे जरूर नजर आएगा. खासकर प्लास्टिक की बोतलों में पानी पीना अब आम हो चुका है. क्या आप जानते हैं प्लास्टिक की बोतल से पानी पीना कितना खतरनाक है. चलिए हम आपको हालिया कुछ शोध रिपोर्ट के जरिए इसके खतरे के बारे में बताते हैं.

बीते दिनों प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में एक रिसर्च प्रकाशित की गई थी. इसमें कहा गया था कि प्लास्टिक की बोतल में पानी पीना सेहत के लिए बेहद खतरनाक है. शोधकर्ताओं के मुताबिक शोध के दौरान प्लास्टिक की बोतल में प्रति लीटर 100000 से अधिक नैनो प्लास्टिक अणु मिले थे. बेहद छोटे और न दिखने वाले ये अणु रक्त प्रवाह को प्रवाहित करने के साथ ही हमारे मस्तिक में भी प्रवेश कर जाते हैं. इससे कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.

विशेषज्ञों के मुताबिक प्लास्टिक की बोतल के जल में बिस्फेनॉल-ए और फ़ेथलेट्स जैसे केमिकल मिल जाते हैं. जब इन बोतलों को धूप में लाया जाता है तो ये केमिकल तेजी से पानी में घुल जाते हैं. यह पानी सेहत के लिए बेहद ही खतरनाक है. यह केमिकल सेहत को कई बीमारियों से ग्रसित कर देता है.

बीते दिनों हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की एक रिसर्च सामने आई थी. इसमें कहा गया था कि बिस्फेनॉल ए केमिकल के ज्यादा सेवन से दिल के रोग और डायबिटीज का कई गुना खतरा बढ़ जाता है. विशेषज्ञों का यह तक कहना है कि प्लास्टिक की बोतल के गर्म पानी के सेवन से कई बीमारियां होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. प्लास्टिक की बोतल में पानी के अत्याधिक सेवन से कैंसर जैसी बीमारी होने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है. इसके साथ ही यह प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित करता है.

कौन सी बोतल में पानी पीना चाहिए?

  • स्टील या फिर अन्य किसी धातु की बोतल इस्तेमाल करें.
  • प्लास्टिक की बोतलों को सफर के दौरान न ले जाएं.
  • प्लास्टिक के गिलासों में भी पानी पीने से बचें.
  • बच्चों को प्लास्टिक की बोतल में पानी देकर स्कूल न भेजें.
  • प्लास्टिक की बाल्टियों के बजाय स्टील के बर्तन इस्तेमाल करें.
  • आप कांच की बोतलों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

भारत में हर साल 35 लाख टन प्लास्टिक निकलता
एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर साल 35 लाख टन प्लास्टिक का वेस्ट निकल रहा है. आने वाले पांच वर्षों में यह दोगुना होने की उम्मीद है. पूरे विश्व में 480 बिलियन से अधिक प्लास्टिक की बोतलें बेचीं गईं हैं. प्लास्टिक के अत्याधिक इस्तेमाल के कारण लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. आपको बता दें कि प्लास्टिक को जलाने पर भी सेहत को खतरा है. इसके जहरीले कण हमारी सेहत को काफी नुकसान पहुंचाते हैं.

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Last Updated : Jun 2, 2024, 8:54 AM IST
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