जयपुर. राजस्थान लोकसेवा आयोग की उपनिरीक्षक (एसआई) भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा करते हुए एसओजी ने ट्रेनिंग ले रहे 14 प्रशिक्षु एसआई को गिरफ्तार किया है. इनमें इस परीक्षा का टॉपर नरेश विश्नोई भी शामिल है, जबकि परीक्षा केंद्र के केंद्राधीक्षक को भी गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा दो युवक ऐसे हैं जिनका एसआई भर्ती परीक्षा में चयन हो गया था लेकिन उन्होंने ज्वाइन नहीं किया था. हालांकि, वे पेपर लीक के दूसरे मामले में एसओजी के हत्थे चढ़ चुके हैं और अभी न्यायिक हिरासत में हैं.
एसओजी ने 16 प्रशिक्षु एसआई से की पूछताछ : एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया, एसआई भर्ती पेपर लीक के संदेह में 16 प्रशिक्षु एसआई को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. इनमें से 14 की पेपर लीक में संलिप्तता के कारण उन्हें गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा एसआई भर्ती में चयनित दो अभ्यर्थियों को पेपर लीक के दूसरे मामले में एसओजी ने पहले ही गिरफ्तार कर रखा है. उन्होंने भी लीक पेपर से परीक्षा पास कर ली थी.
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इन्हें किया गया है गिरफ्तार : एसओजी ने प्रशिक्षु एसआई नरेश विश्नोई, नारंगी विश्नोई, राजेश्वरी, सुरेंद्र विश्नोई, गोपीराम जांगू, श्रवण कुमार विश्नोई, चंचल, मनोहर विश्नोई, करणपाल गोदारा, विवेक भांबू, एकता कुमारी, रोहिताश कुमार, भगवती विश्नोई और प्रेमसुखी को गिरफ्तार किया है. इनमें नरेश विश्नोई एसआई भर्ती का टॉपर है, जबकि विवेक भांबू यूनिक विश्नोई का भाई है. यूनिक जेईएन पेपर लीक मामले में भी वांछित है. वह एसओजी के हाथ आने से पहले विदेश भाग गया.
एक जेईएन और दूसरा शिक्षक भर्ती में गिरफ्तार : एडीजी वीके सिंह ने बताया कि इसके अलावा राजेंद्र कुमार यादव और अशोक का भी चयन हो गया था. उन्होंने भी धांधली कर परीक्षा पास की, लेकिन ज्वाइन नहीं किया था. उन्हें पेपर लीक के अन्य मामलों में एसओजी पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. राजेंद्र कुमार यादव को जेईएन भर्ती पेपर लीक और अशोक को शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में एसओजी ने दबोचा था. दोनों अभी जेल में हैं. इसके अलावा परीक्षा केंद्र (रविंद्र बाल भारती स्कूल, हसनपुरा, जयपुर) के केंद्राधीक्षक राजेश खंडेलवाल को भी एसओजी ने आज गिरफ्तार किया है.
इस तरह दिया वारदात को अंजाम : उन्होंने बताया कि परीक्षा केंद्र पर पेपर लीक गिरोह के एक बदमाश की ड्यूटी थी. उसी ने पेपर आउट किया था. इसके बाद गिरोह से जुड़े बदमाशों ने अलग-अलग जगह अलग-अलग अभ्यर्थियों को पेपर पढ़ाया था. इसे लेकर 20 लोगों के बारे में एसओजी को पुख्ता जानकारी मिली थी. जिन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की गई.
सक्षम एजेंसी को भेजेंगे डिटेल : परीक्षा रद्द होने के सवाल पर एडीजी वीके सिंह ने कहा कि परीक्षा रद्द करने के लिए वे सक्षम एजेंसी नहीं हैं. हम अनुसंधान की डिटेल शेयर करेंगे. उन्होंने बताया कि तीन दिन परीक्षा हुई थी. इनमें से दो दिन का पेपर लीक होने की जानकारी अब तक सामने आई है. आगे अनुसंधान चल रहा है. हालांकि, मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीना का कहना है कि वे परीक्षा रद्द करवाने के लिए सरकार से बात करेंगे.