कुल्लू: देश दुनिया की धार्मिक रूप से सबसे कठिन और दुर्गम श्रीखंड महादेव यात्रा अब आधिकारिक तौर पर बंद हो गई है. यह यात्रा 14 जुलाई से 27 जुलाई तक आयोजित की गई थी. बीते रविवार को श्रद्धालुओं का अंतिम जत्था श्रीखंड महादेव की ओर रवाना किया गया. ऐसे में अब 2 अगस्त तक प्रशासन की टीम वहीं मौजूद रहेगी और अंतिम जत्थे में गए श्रद्धालुओं की वापसी तक उनका इंतजार करेगी.
उसके बाद वहां पर सभी प्रकार की सुविधाओं को बंद कर दिया जाएगा. वही कुल्लू प्रशासन ने अब श्रद्धालुओं से भी आग्रह किया है कि वह अपनी जान को खतरे में ना डालें और श्रीखंड महादेव की यात्रा पर न जाए. प्रशासन द्वारा लगाए गए बेसकैंप सिंहगाड़, थाचरु और कुंशा में ऑफलाइन और ऑनलाइन पंजीकरण बंद कर दिया गया है.
श्रीखंड महादेव यात्रा ट्रस्ट के उपाध्यक्ष एवं एसडीएम निरमंड मनमोहन शर्मा ने कहा, "इस वर्ष यात्रा पर कुल 9159 यात्री रवाना हुए. इनमें 8796 पुरुष और 363 महिलाएं शामिल हैं, जिनका पंजीकरण ऑनलाइन या फिर बेसकैप सिंहगाड के अलावा कुंशा और थाचरु में ऑफलाइन दर्ज किया गया".
एसडीएम मनमोहन सिंह ने कहा, "बेस कैंप सिंहगाड़ में कुल 8726, थाचरु में 55 और कुंशा में 378 श्रीखंड यात्रियों का पंजीकरण दर्ज किया गया है. सभी यात्री 31 जुलाई तक श्रीखंड महादेव के दर्शन करेंगे और 2 अगस्त तक बेसकैप सिंहगाड़ पहुंच जाएंगे. 2 अगस्त को सारे पड़ावों और उनमें प्रशासन द्वारा दी जा रही मेडिकल ऐड, रेस्क्यू आदि की सारी सुविधाएं समेट दी जाएंगी. जबकि एसडीआरएफ की टीम और रेस्क्यू दल श्रीखंड के रास्ते की रेकी कर यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई श्रद्धालु बाकी नहीं रह गया है".
वहीं, एसडीएम निरमंड मनमोहन शर्मा ने लोगों से अपील की है कि अब श्रीखंड की यात्रा पर पंजीकरण बंद हो गया है. इसलिए अब कोई भी श्रद्धालु यात्रा पर न जाएं.
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