ETV Bharat / state

पर्यटकों को भाया हिमाचल का ये खूबसूरत धार्मिक पर्यटन स्थल, लोग बोले-यहां एक बार जरूर आएं - tourists attraction Shri Renuka Ji

इन दोनों श्री रेणुका जी में पंजाब, उत्तराखंड, हरियाणा सहित कई राज्यों से पर्यटक पहुंच रहे हैं और रेणुका जी के नैसर्गिक वातावरण में शांति का अनुभव कर रहे हैं. यहां मौजूद हिमाचल की सबसे बड़ी प्राकृतिक पवित्र झील रेणुका जी मुख्य आकर्षण का केंद्र रहती है. यहां झील में स्नान और बोटिंग सुविधा होने से पर्यटकों का यहां तांता लगा हुआ है. श्री रेणुका जी एक ऐसा स्थल है, जिसका प्राकृति सौंदर्य से श्रृंगार कर रही है और धार्मिक पर्यटन के साथ साथ एक पर्यटक स्थल भी बनकर उभर रहा है.

पर्यटकों को भाया हिमाचल श्री रेणुका जी धार्मिक पर्यटन स्थल
पर्यटकों को भाया हिमाचल श्री रेणुका जी धार्मिक पर्यटन स्थल (ईटीवी भारत)
author img

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jul 1, 2024, 4:51 PM IST

Updated : Jul 1, 2024, 5:26 PM IST

पर्यटकों को भाया हिमाचल श्री रेणुका जी धार्मिक पर्यटन स्थल (ईटीवी भारत)

सिरमौर: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला में स्थित प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटक स्थल श्री रेणुका जी पर्यटकों के लिए एक प्रमुख पर्यटक स्थल बनकर उभरा है. इन दिनों रेणुका घाटी पर्यटकों से गुलजार दिखाई दे रही है. विशेषकर यहां मौजूद हिमाचल की सबसे बड़ी प्राकृतिक पवित्र झील रेणुका जी मुख्य आकर्षण का केंद्र रहती है. झील के साथ में स्थित परशुराम ताल भी लोगों को खूब भाता है. यहां झील में स्नान और बोटिंग सुविधा होने से पर्यटकों का यहां तांता लगा हुआ है.

इन दोनों श्री रेणुका जी में पंजाब, उत्तराखंड, हरियाणा सहित कई राज्यों से पर्यटक पहुंच रहे हैं और रेणुका जी के नैसर्गिक वातावरण में शांति का अनुभव कर रहे हैं. दरअसल रेणुका जी झील और यहां लगे साइन बोर्ड सहित अन्य सुविधाएं मिलने से पर्यटक जहां खुश हैं, तो वहीं यहां के प्राचीन मंदिरों में पूजा अर्चना के बाद झील में स्नान के बाद लोग धार्मिक गतिविधियों के साथ साथ प्रकृतिक संसाधानों का भी आनंद लेते हैं. पर्यटकों के अनुसार यह स्थान प्राकृतिक सौंदर्य से भरा पड़ा है और यहां पर आत्मिक शांति मिलती है. इसके साथ ही पर्यटकों के लिए सभी सुविधाएं भी यहां पर उपलब्ध हैं.

श्री रेणुका जी में वोटिंग का मजा लेते पर्यटक
श्री रेणुका जी में वोटिंग का मजा लेते पर्यटक (ईटीवी भारत)

गर्मी से मिल रही राहत

रेणुका जी घूमने आई चंडीगढ़ की शालिनी छाबड़ा ने बताया कि यहां का वातावरण बहुत बढ़िया है और झील सहित परशुराम ताल अत्यंत दर्शनीय हैं. खासकर मछलियों को देखकर बहुत अच्छा लगा, लेकिन झील की सफाई पर थोड़ा ध्यान देने की जरूरत है. वहीं, पंचकूला से आई एक अन्य महिला पर्यटक ने बताया कि मैदानी इलाकों में गर्मी बहुत पड़ रही है, लेकिन यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है. गर्मी के मौसम के चलते रास्ते में पानी के झरनों में पानी न होने से कुछ उदासी जरूर हुई, लेकिन रेणुका जी आकर आनंद की अनुभूति हो रही है. उधर उत्तराखंड की वंशिका ने बताया कि वह देहरादून से हैं और अभी ग्वालियर से आई हैं. यहां पर रेणुका जी माता का मंदिर, पवित्र झील सभी बहुत दर्शनीय स्थल हैं और सभी को यहां जरूर आना चाहिए. दूसरे यहां पर जो दुकानें हैं, उनमें भी सभी जरूरत का सामान मिल जाता है और दाम भी बिल्कुल सही हैं. झील भी बहुत खूबसूरत है.

सुंदरता पर मोहित हुए पर्यटक

उधर चंडीगढ़ के रहने वाले नकुल ने बताया कि यह स्थान बहुत रमणीक है और पर्यटकों की सुविधा के लिए साइन बोर्ड मार्किंग की गई है, जिससे उन्हें काफी अच्छा लगा. इसके अलावा यहां का मौसम, प्राचीन मंदिर, झील आदि की सुंदरता देखते ही बनती है. एक अन्य पर्यटक ने बताया कि थोड़ा झील की स्वच्छ्ता को सुधारने की जरूरत है, लेकिन कुल मिलाकर यह स्थान बहुत सुंदर है. यहां पर सुविधाएं भी अच्छी है. थोड़ा सा झील की सफाई को लेकर यदि कार्य हो, तो पर्यटकों को और अधिक आनंद की अनुभूति होगी. उधर देहरादून के धीरज थापा ने बताया कि यह स्थान पर्यटकों के लिए बेहद अच्छा है और कई स्थान यहां पर देखने योग्य हैं. खासकर पवित्र रेणुका झील बेहद खूबसूरत है और प्रकृति का यहां अनुभव होता है. लोगों को जरूर यहां आना चाहिए.

श्री रेणुका जी मंदिर
श्री रेणुका जी मंदिर (ईटीवी भारत)

प्राकृतिक सौंदर्य का श्रृंगार

बता दें कि श्री रेणुका जी एक ऐसा स्थल है, जिसका प्राकृति सौंदर्य से श्रृंगार कर रही है और धार्मिक पर्यटन के साथ साथ एक पर्यटक स्थल भी बनकर उभर रहा है. यदि इस स्थान में पवित्र झील सहित अन्य सुविधाओं को बढ़ाया जाता है, तो आने वाले समय में यह स्थान एक प्रमुख पर्यटक स्थल के रूप में विकसित हो सकता है. वहीं, लाखों लोगों की आस्था भी रेणुका जी क्षेत्र से जुड़ी है. मान्यताओं के अनुसार नारी देह के आकार में यहां स्थित झील माता रेणुका जी के रूप में मौजूद है और वर्ष में एक बार यहां भगवान परशुराम अपनी माता से मिलने आते हैं, जिसके उपलक्ष्य में यहां 6 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मेला श्री रेणुका जी भी लगता है. यह मेला मां-बेटे के मिलन के रूप में मनाया जाता है. परशुराम ताल के ठीक सामने झील के समीप माता रेणुका जी और भगवान परशुराम के प्राचीन मंदिर भी स्थित हैं. इसके साथ-साथ झील के किनारे परिक्रमा मार्ग पर मिनी जू भी मौजूद है. यह स्थल सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन से 37 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल की कमजोर आर्थिक सेहत में प्राण वायु फूंक सकते हैं पेड़, 3.21 लाख करोड़ की वन संपदा से 4 हजार करोड़ सालाना की आय संभव

पर्यटकों को भाया हिमाचल श्री रेणुका जी धार्मिक पर्यटन स्थल (ईटीवी भारत)

सिरमौर: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला में स्थित प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटक स्थल श्री रेणुका जी पर्यटकों के लिए एक प्रमुख पर्यटक स्थल बनकर उभरा है. इन दिनों रेणुका घाटी पर्यटकों से गुलजार दिखाई दे रही है. विशेषकर यहां मौजूद हिमाचल की सबसे बड़ी प्राकृतिक पवित्र झील रेणुका जी मुख्य आकर्षण का केंद्र रहती है. झील के साथ में स्थित परशुराम ताल भी लोगों को खूब भाता है. यहां झील में स्नान और बोटिंग सुविधा होने से पर्यटकों का यहां तांता लगा हुआ है.

इन दोनों श्री रेणुका जी में पंजाब, उत्तराखंड, हरियाणा सहित कई राज्यों से पर्यटक पहुंच रहे हैं और रेणुका जी के नैसर्गिक वातावरण में शांति का अनुभव कर रहे हैं. दरअसल रेणुका जी झील और यहां लगे साइन बोर्ड सहित अन्य सुविधाएं मिलने से पर्यटक जहां खुश हैं, तो वहीं यहां के प्राचीन मंदिरों में पूजा अर्चना के बाद झील में स्नान के बाद लोग धार्मिक गतिविधियों के साथ साथ प्रकृतिक संसाधानों का भी आनंद लेते हैं. पर्यटकों के अनुसार यह स्थान प्राकृतिक सौंदर्य से भरा पड़ा है और यहां पर आत्मिक शांति मिलती है. इसके साथ ही पर्यटकों के लिए सभी सुविधाएं भी यहां पर उपलब्ध हैं.

श्री रेणुका जी में वोटिंग का मजा लेते पर्यटक
श्री रेणुका जी में वोटिंग का मजा लेते पर्यटक (ईटीवी भारत)

गर्मी से मिल रही राहत

रेणुका जी घूमने आई चंडीगढ़ की शालिनी छाबड़ा ने बताया कि यहां का वातावरण बहुत बढ़िया है और झील सहित परशुराम ताल अत्यंत दर्शनीय हैं. खासकर मछलियों को देखकर बहुत अच्छा लगा, लेकिन झील की सफाई पर थोड़ा ध्यान देने की जरूरत है. वहीं, पंचकूला से आई एक अन्य महिला पर्यटक ने बताया कि मैदानी इलाकों में गर्मी बहुत पड़ रही है, लेकिन यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है. गर्मी के मौसम के चलते रास्ते में पानी के झरनों में पानी न होने से कुछ उदासी जरूर हुई, लेकिन रेणुका जी आकर आनंद की अनुभूति हो रही है. उधर उत्तराखंड की वंशिका ने बताया कि वह देहरादून से हैं और अभी ग्वालियर से आई हैं. यहां पर रेणुका जी माता का मंदिर, पवित्र झील सभी बहुत दर्शनीय स्थल हैं और सभी को यहां जरूर आना चाहिए. दूसरे यहां पर जो दुकानें हैं, उनमें भी सभी जरूरत का सामान मिल जाता है और दाम भी बिल्कुल सही हैं. झील भी बहुत खूबसूरत है.

सुंदरता पर मोहित हुए पर्यटक

उधर चंडीगढ़ के रहने वाले नकुल ने बताया कि यह स्थान बहुत रमणीक है और पर्यटकों की सुविधा के लिए साइन बोर्ड मार्किंग की गई है, जिससे उन्हें काफी अच्छा लगा. इसके अलावा यहां का मौसम, प्राचीन मंदिर, झील आदि की सुंदरता देखते ही बनती है. एक अन्य पर्यटक ने बताया कि थोड़ा झील की स्वच्छ्ता को सुधारने की जरूरत है, लेकिन कुल मिलाकर यह स्थान बहुत सुंदर है. यहां पर सुविधाएं भी अच्छी है. थोड़ा सा झील की सफाई को लेकर यदि कार्य हो, तो पर्यटकों को और अधिक आनंद की अनुभूति होगी. उधर देहरादून के धीरज थापा ने बताया कि यह स्थान पर्यटकों के लिए बेहद अच्छा है और कई स्थान यहां पर देखने योग्य हैं. खासकर पवित्र रेणुका झील बेहद खूबसूरत है और प्रकृति का यहां अनुभव होता है. लोगों को जरूर यहां आना चाहिए.

श्री रेणुका जी मंदिर
श्री रेणुका जी मंदिर (ईटीवी भारत)

प्राकृतिक सौंदर्य का श्रृंगार

बता दें कि श्री रेणुका जी एक ऐसा स्थल है, जिसका प्राकृति सौंदर्य से श्रृंगार कर रही है और धार्मिक पर्यटन के साथ साथ एक पर्यटक स्थल भी बनकर उभर रहा है. यदि इस स्थान में पवित्र झील सहित अन्य सुविधाओं को बढ़ाया जाता है, तो आने वाले समय में यह स्थान एक प्रमुख पर्यटक स्थल के रूप में विकसित हो सकता है. वहीं, लाखों लोगों की आस्था भी रेणुका जी क्षेत्र से जुड़ी है. मान्यताओं के अनुसार नारी देह के आकार में यहां स्थित झील माता रेणुका जी के रूप में मौजूद है और वर्ष में एक बार यहां भगवान परशुराम अपनी माता से मिलने आते हैं, जिसके उपलक्ष्य में यहां 6 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मेला श्री रेणुका जी भी लगता है. यह मेला मां-बेटे के मिलन के रूप में मनाया जाता है. परशुराम ताल के ठीक सामने झील के समीप माता रेणुका जी और भगवान परशुराम के प्राचीन मंदिर भी स्थित हैं. इसके साथ-साथ झील के किनारे परिक्रमा मार्ग पर मिनी जू भी मौजूद है. यह स्थल सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन से 37 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल की कमजोर आर्थिक सेहत में प्राण वायु फूंक सकते हैं पेड़, 3.21 लाख करोड़ की वन संपदा से 4 हजार करोड़ सालाना की आय संभव

Last Updated : Jul 1, 2024, 5:26 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.