अजमेर. राजस्थान के अजमेर में दो अलग-अलग मामलों में नाबालिग स्कूली छात्र और छात्रा के आत्महत्या का मामला सामने आया है. दोनों ही मामलों में संबंधित थाना पुलिस ने शवों का जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम करवाया है. पहले मामले में एक सीआरपीएफ जवान के बेटे ने क्वार्टर में खुदकुशी कर ली. जिसके बाद सीआरपीएफ अधिकारियों की सूचना पर गंज खाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी ली.
हेड कांस्टेबल चेनाराम ने बताया कि सीआरपीएफ जवान का बेटा रविवार रात घर देरी से लौटा. इस पर उसकी मां ने उसे डांट लगा दी. मां की डांट बेटे को नागवार लगी और तैश में आकर उसने क्वार्टर में ही आत्महत्या कर ली. उन्होंने बताया कि मौके पर पहुंच कर पुलिस ने छात्र के शव को फंदे से उतरवा कर जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया. सोमवार को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कारवाया. चेनाराम ने बताया कि आत्महत्या के कारणों की पड़ताल की जा रही है. मृतक के परिजनों ने बताया कि उनका बेटा 9वीं कक्षा का छात्र था और सोमवार को उसका एग्जाम था, लेकिन एग्जाम के लिए वह अब जिंदा नहीं रहा.
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10वीं की छात्रा ने दी जान : आत्महत्या का दूसरा मामला अलवर गेट थाना क्षेत्र में सामने आई है, जहां एक 10वीं कक्षा की छात्रा ने खुदकुशी कर ली. छात्रा की मां ने अन्य परिवारजन को घटना की सूचना दी. बेटी के आत्महत्या करने से परिवार में हड़कंप मच गया. छात्रा के शव को जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया, जहां गंज थाना पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया.
छात्रा के पिता ने बताया कि उनकी तीन बेटियां हैं और सबसे बड़ी बेटी मृतका ही थी. वह ओपन बोर्ड से 10वीं की परीक्षा दे रही थी. उन्होंने बताया कि उनकी बेटी पहले भी फेल हो चुकी थी. उस पर पढ़ाई का कोई दबाव नहीं था. उसने आत्महत्या क्यों की, यह उन्हें भी समझ नहीं आ रहा है. फिलहाल, इस मामले में अलवर गेट थाना पुलिस जांच कर रही है.