अशोकनगर। गुना लोकसभा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में प्रचार करने पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ईसागढ़ पहुंचे. जहां उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर जमकर भड़ास निकाली. उन्होंने लोगों से कहा 'आप सौभाग्यशाली हैं, जो आपको सिंधिया जैसा सांसद मिल रहा है, क्योंकि इनका संसद के अलावा देश की राजनीति में भी महत्वपूर्ण योगदान है. वहीं उन्होंने स्वयं की दिल्ली जाने के बाद भी मंच से कही.'
अशोकनगर जिले की ईसागढ़ तहसील पहुंचे पूर्व सीएम शिवराज ने कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं होने की बात को लेकर नाराजगी व्यक्त की. पूर्व सीएम ने कहा कि 'कांग्रेस ने स्पष्ट कहा कि हम नहीं जाएंगे, जाने के अलावा कांग्रेस ने लिखकर ऑन रिकॉर्ड दिया. जब तक धरती, आसमान सूरज और तारे रहेंगे. तब तक यह लिखा रहेगा कि कांग्रेस ने भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा का बहिष्कार किया. ऐसी पार्टी को क्या आप लोग वोट दोगे.'
भरे मंच से पूर्व सीएम ने सिंधिया की तारीफ की
शिवराज सिंह चौहान ने मंच से ही सिंधिया की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि वह मेरे मित्र भी हैं और कुशल प्रशासक भी हैं. ऐसे जननेता बहुत कम होते हैं, जैसे ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं, लेकिन जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोगों के मुद्दों को उठाया तो, यहां पूर्व सीएम ने कमलनाथ का बिना नाम लिए का कि उन मुख्यमंत्री का नाम नहीं लूंगा, उन्होंने बांहे चढ़ा ली और सिंधिया से कहा की सड़क पर उतर जाओ. जिसके बाद आप सब जानते ही हैं.'
शिवराज बोले में चौथी बार सिंधिया के कारण मुख्यमंत्री बना
इसके बाद पूर्व सीएम ने कहा कि 'मैं चौथी बार मुख्यमंत्री बना और बनने के बाद लाड़ली बहना योजना बनाई. किसान के खाते में 6000 भी डलवाये. जितने काम यहां सरकार ने किये, सिंधिया के कहने से हुए और बाकी सब के कहने से होते ही नहीं.'
कुशल और स्वच्छ भारत के लिए नरेंद्र मोदी को चुने
पूर्व सीएम ने कहा आज मैं एक निवेदन करने आया हूं, एक पार्टी और दूसरा प्रधानमंत्री. कौन बनना चाहिए. आप मटका खरीदने जाते हो, तो ठोक बजाकर देखते हो कि नहीं. सब्जी खरीदते वक्त भी देखते हैं कि खराब तो नहीं. इसी तरह आप बताओ प्रधानमंत्री देखोगे कि नहीं..? हमारे प्रधानमंत्री तो नरेंद्र मोदी हैं. कांग्रेस के तय हैं क्या...? इंडिया गठबंधन के तय हैं क्या...?
कांग्रेस के पास नहीं है सीएम का चेहरा
साथ ही शिवराज ने कहा कि आप सौभाग्यशाली हैं कि, ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे सांसद आपको मिल रहे हैं. काम करने की ललक और जुनून इनमें है. मुख्यमंत्री रहते हुए मैं जानता हूं कोई काम के पीछे पड़ जाएं, जब तक करवा ना लें तब तक छोड़ते ही नहीं थे. केवल सांसद थोड़ी देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रखते हैं.
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अब तो मैं भी दिल्ली जा रहा हूं
आखिर में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आगे भी सफर लंबा है. मामा भी अब दिल्ली जा रहे हैं. खाली पीली थोड़ी जा रहे हैं, आपके लिए काम करेंगे. मेरी जितनी सांसे और बची हैं, जनता की सेवा में समर्पित करेंगे. क्योंकि आपकी सेवा ही मेरे लिए भगवान की सेवा है. जनता ही अपने लिए जनार्दन है. मैं भगवान से हमेशा कहता हूं, मुझे धन, बुद्धि विद्या, बल नहीं चाहिए. मुझे स्वर्ग भी नहीं चाहिए, मुझे मुक्ति भी नहीं चाहिए मैं मुक्त रहकर क्या करूंगा....?अगर जनता परेशान है, तो मैं स्वर्ग में बैठकर क्या करूंगा...?