शिवपुरी। नगर पालिका शिवपुरी की भाजपा अध्यक्ष के खिलाफ पंप अटेंडर लामबंद हो गए हैं. दरअसल, एक पंप अटेंडर ने पालिका अध्यक्ष, उनके ड्राइवर और एक पार्षद पति पर मारपीट करने का आरोप लगाया है. इसके बाद सभी पंप कर्मचारी नारेबाजी करते हुए फिजिकल थाने और कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे. वहीं नपा अध्यक्ष ने इन आरोपों को झूठा बताया है. बता दें कि शिवपुरी शहर के 39 वार्डों में इन दिनों पानी की भारी किल्लत है. सिंध जलावर्धन से पानी की सप्लाई न होने के चलते पानी की समस्या बिकराल रूप धारण कर चुकी है.
पंप अटेंडर ने नपा अध्यक्ष पर लगाए आरोप
पीड़ित पंप अटेंडर अजय शर्मा ने मीडिया को बताया कि ''गुरुवार सुबह मैं फिजिकल सम्पवेल पर अपनी ड्यूटी पर था. तभी सुबह साढ़े 7 बजे वहां नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा आईं और उनके साथ वार्ड नंबर 27 के पार्षद पति राजू बाथम व उनका ड्राइवर सोनू शर्मा भी मौजूद था. इस दौरान वहां वॉल लीक होने के कारण पानी बह रहा था. उसके बारे में उन्होंने पूछा तो मैंने बोला वॉल लीक है. इस बात पर गुस्से में आकर उन्होंने मुझे सम्पवेल के अदंर कमरे में बंद कर लिया. फिर तीनों ने बेरहमी से मेरे साथ मारपीट दी. अध्यक्ष ने पानी की टंकी का सप्लाई रजिस्टर भी फेंक दिया. साथ ही अपने ड्राइवर से मुझे पानी की टंकी में फेंकने को कहा. इसके बाद मुझे घसीटते हुए अपनी कार में डालकर सीएमओ निवास तक ले गईं और रास्ते में भी मेरे साथ मारपीट की.''
'पार्षदों के साथ नहीं की एक भी बैठक'
मामले की जानकारी लगते ही सभी पंप अटेंडर इकठ्ठा होकर नपा उपाध्यक्ष के निवास पर पहुंच गए. जहां नपा उपाध्यक्ष के पति रामजी व्यास ने अध्यक्ष गायत्री शर्मा पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि ''नपा अध्यक्ष दो साल से कर्मचारियों और पंप अटेंडरों के साथ मारपीट करती हुई आ रही हैं. गाली गलौज करना उनके लिए आम बात है. दो साल में पेयजल समस्या से निपटने के लिए किसी भी पार्षद के साथ मिलकर बैठक नहीं की. गर्मी को शुरू हुए तीन माह गुजर चुके हैं, लेकिन उनके द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई है. अगर कर्मचारी ने गलती की है तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए न की उसे बंधक बनाकर मारपीट करना चाहिए.''
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नपा अध्यक्ष ने रखा अपना पक्ष
इसके बाद पंप अटेंडरों ने फिजिकल थाना पहुंचकर नपा अध्यक्ष गायत्री शर्मा सहित तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की. लेकिन मांग पूरी नहीं होने पर सभी लोग पैदल मार्च कर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे. जहां कलेक्टर से एफआईआर दर्ज कराने की मांग की गई. इस पूरे मामले में नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा का कहना है कि ''मैं फिजिकल सम्पवेल पर पहुंची हुई थी. जहां पंप अटेंडर कोठी के पास की टंकी का वॉल बंद कर सम्पवेल की टंकी में पानी छोड़ रहा था, जबकि उसे केपी सिंह कोठी के पास की टंकी को भरना था. उसकी इस लापरवाही के चलते उसे सीएमओ के पास ले गई थी. पंप अटेंडर के मारपीट के आरोप निराधार हैं. जिस पंप अटेंडर ने आरोप लगाए हैं उस पर पैसे लेकर पानी छोड़ने के आरोप लग चुके हैं.''