शिवपुरी। कलेक्टर कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई में एक महिला ने अपनी फरियाद सुनाई. गीता प्रजापति ने कलेक्टर को दिए आवेदन में बताया कि उसकी शादी 14 साल पहले बाबू क़्वार्टर क्षेत्र के रहने बाले विनोद प्रजापति से हुई थी. शादी के बाद उसके दो बेटे भी हुए. करीब डेढ़ साल पहले पति विनोद प्रजापति ने उसे मारपीट कर घर से भगा दिया. इसके बाद उसके दोनों बेटों और बैंक खाते अन्य दस्तावेज पति ने अपने पास रख लिए.
शुरू में खाते में पैसे आए, पति ने निकाल लिए
महिला ने बताया कि वह पोहरी बस स्टैंड इलाके में किराए का कमरा लेकर रहती है. वह मजदूरी कर गुजर बसर कर रही है. महिला ने बताया कि उसने अपना नाम लाड़ली बहना योजना में जुड़वा लिया था. उसके बैंक खाते में लाड़ली बहना योजना के पैसे भी आना शुरू हो गए थे. बैंक खाते से जुड़ा मोबाइल नंबर और दस्तावेज पति ने घर भगाने के दौरान अपने पास रख लिए थे. मोबाइल सिम के जरिये खाते में आये पैसों को पति ने निकालता रहा. इसके बाद ससुरालियों ने साजिश रचते हुए लाड़ली बहना योजना से उसका नाम कटवा दिया.
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पति ने मारपीट कर घर से निकाला
महिला ने बताया कि उसके पति ने एक आवेदन दिया कि उसकी पत्नी को लाड़ली बहना योजना का लाभ नहीं चाहिए. तभी से उसके खाते में लाड़ली बहना योजना की राशि आना बंद हो गई. गीता ने बताया कि वह मजदूरी करके जैसे तैसे अपना पेट पाल रही है. ऐसे में लाड़ली बहना योजना की राशि से उसे किराया आदि देने में काफी मदद मिल सकती है. क्योंकि पति ने उसे पीटकर अपने घर से बेदखल कर दिया है.