शिवपुरी: कोलारस विकासखंड के खरई स्वास्थ्य केंद्र पर प्रसव कराने पहुंची महिला और उसके परिजन ने आरोप लगाया है कि अस्पताल में चिकित्सीय लापरवाही के कारण नवजात की मौत हो गई. घटना रविवार की है, जहां ग्राम पहाड़ी थाना तेंदुआ निवासी रामसेवक ओझा की रानी को प्रसव पीड़ा हुई. इसके बाद उसके परिजनों ने 108 एम्बुलेंस को फोन किया, लेकिन एंबुलेंस नहीं आई. लंबे समय तक इंतजार करने के बाद परिजन निजी वाहन से प्रसूता को प्रसव के लिए खरई स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे. जहां नवजात की मौत हो गई.
'अस्पताल में नहीं था कोई डॉक्टर'
प्रसूता रानी के परिजन जब उसे लेकर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे तो उन्होंने बताया कि अस्पताल में कोई भी डॉक्टर नहीं था. इसके बाद वहां एक महिला सफाईकर्मी मिली, जो बिना अपनी कोई जानकारी दिए प्रसूता को सीधा डिलीवरी रूम में ले गई. सफाईकर्मी ने प्रसूता का प्रसव कराया, जिसमें नवजात बच्ची की मौत हो गई. परिजनों इसे लेकर चिकित्सकीय लापरवाही का आरोप लगाया है. इसके बाद जब प्रसूता की हालात बिगड़ने लगी तो फिर एम्बुलेंस को फोन किया गया, लेकिन फिर एम्बुलेंस नहीं पहुंची.
डॉक्टर के फोन पर भी नहीं पहुंचा एंबुलेंस
सीबीएमओ डॉ. सुनील खंडोलिया ने बताया कि जब उन्हें घटना की सूचना मिली तो उन्होंने प्रसूता को रेफर करने के लिए 108 को फोन लगाया, लेकिन एंबुलेंस नहीं आई और करीब 6 घंटे बाद शाम 5 बजे एम्बुलेंस उपलब्ध हो पाई. डॉ. सुनील खंडोलिया ने कहा कि "इस दौरान उन्होंने 108 एम्बुलेंस के वेंडर शोएब खान से भी बात की. इसके बाद भी एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं हो पाई."
उन्होंने बताया कि "इस संबंध में स्टाफ नर्स प्रीति शिववंश को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. नोटिस का जवाब आने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी. वहीं, सफाई कर्मी को निलंबित कर दिया गया है." बताया गया कि स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉ. पराग जैन पीजी की परीक्षा को लेकर अवकाश पर थे.