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भावुक हुईं महारानी, गुना में प्रचार के दौरान कहा- महाराज हमेशा आपको पूछते हैं, क्या आपने कभी पूछा ? - Priyadarshini Scindia got emotional

गुना शिवपुरी लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनावी मैदान में हैं. इस सीट पर 7 मई को मतदान होना है. इसे लेकर गुना में खुद सिंधिया की पत्नी प्रचार कर रहीं हैं..

SCINDIA WIFE ELECTION CAMPAIGN
शिवपुरी में प्रचार के दौरान भावुक हुईं महारानी
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Apr 25, 2024, 1:43 PM IST

शिवपुरी में प्रचार के दौरान भावुक हुईं महारानी

गुना। मध्य प्रदेश की गुना शिवपुरी लोकसभा सीट पर ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव लड़ रहे है, तो वहीं कांग्रेस ने राव यादवेंद्र सिंह यादव को टिकट दिया है. गुना लोकसभा सीट पर भाजपा पार्टी और ज्योतिरादित्य सिंधिया ही नहीं बल्कि उनकी पत्नी और बेटे भी जमकर प्रचार में लगे हुए है. गुरुवार को प्रचार प्रसार के दौरान प्रियदर्शिनी राजे भावुक हो गईं और उन्होंने लोगों से कहा कि महाराज गुना की जनता के लिए हमेशा चिंतित रहते हैं.

'महराज को आती थी गुना क्षेत्र की जनता की याद'

इस बार सिंधिया परिवार कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहता है. यही कारण है कि बेटे महाआर्यमन हों या फिर पत्नि प्रियदर्शिनी राजे. हर कोई प्रचार प्रसार में जुटा हुआ है. हर रोज क्षेत्र में आम जनता से मुलाकात कर प्रचार कर रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि 2019 की हार की टीस अभी खत्म नहीं हुई है. गुना के एक गांव में महिलाओं को संबोधित करते हुए प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया ने कहा, '' जब महाराज चुनाव हार गए थे तब भी उन्हें गुना क्षेत्र की जनता की याद आती थी. महाराज गुना की जनता के लिए हमेशा चिंतित रहते थे. मैं महाराज से पूछती थी कि आखिर क्यों जनता के बीच जा रहे हो? बदले में महाराज कहते थे अगर अपने परिवार के बीच न जाऊं तो फिर कहां जाऊं? ''

चुनाव के बाद लगाए जाएंगे शिविर

प्रियदर्शिनी ने भावुक होकर कहा, " महाराज हमेशा आप लोगों की चिंता करते हैं, खेती बाड़ी के बारे में पूछते हैं. कभी आप लोग पूछते हैं महाराज से कि वह कैसे हैं? आपके और सिंधिया परिवार के 300 साल पुराने संबध हैं. आप लोगों को जिन योजनाओं का लाभ मिलता है. उसे लाने के लिए कितनी मेहनत करनी पड़ती है कभी सोचा है? हंसना भी पड़ता है, रोना भी पड़ता है. चुनाव के तीन महीने बाद शिविर लगाए जाएंगे. जिनसे शासन की योजनाओं का लाभ लोगों को मिलेगा. "

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महाआर्यमन सिंधिया का देसी अंदाज, आदिवासी महिला के घर खाई चटनी-रोटी

प्रियदर्शिनी राजे ने मावन, महूखान, पगारा, खेजरा, मंगवार समेत कई गांवों में जनसंपर्क किया. आपको बता दें कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर ज्योतिरादित्य सिंधिया इस सीट से चुनाव लड़े थे. लेकिन भाजपा प्रत्याशी केपी यादव के हाथों उन्हे हार का मुंह देखना पड़ा था. इस चुनाव के कुछ महीनों बाद ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस के कई विधायकों साथ भाजपा का दामन थाम लिया था.

शिवपुरी में प्रचार के दौरान भावुक हुईं महारानी

गुना। मध्य प्रदेश की गुना शिवपुरी लोकसभा सीट पर ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव लड़ रहे है, तो वहीं कांग्रेस ने राव यादवेंद्र सिंह यादव को टिकट दिया है. गुना लोकसभा सीट पर भाजपा पार्टी और ज्योतिरादित्य सिंधिया ही नहीं बल्कि उनकी पत्नी और बेटे भी जमकर प्रचार में लगे हुए है. गुरुवार को प्रचार प्रसार के दौरान प्रियदर्शिनी राजे भावुक हो गईं और उन्होंने लोगों से कहा कि महाराज गुना की जनता के लिए हमेशा चिंतित रहते हैं.

'महराज को आती थी गुना क्षेत्र की जनता की याद'

इस बार सिंधिया परिवार कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहता है. यही कारण है कि बेटे महाआर्यमन हों या फिर पत्नि प्रियदर्शिनी राजे. हर कोई प्रचार प्रसार में जुटा हुआ है. हर रोज क्षेत्र में आम जनता से मुलाकात कर प्रचार कर रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि 2019 की हार की टीस अभी खत्म नहीं हुई है. गुना के एक गांव में महिलाओं को संबोधित करते हुए प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया ने कहा, '' जब महाराज चुनाव हार गए थे तब भी उन्हें गुना क्षेत्र की जनता की याद आती थी. महाराज गुना की जनता के लिए हमेशा चिंतित रहते थे. मैं महाराज से पूछती थी कि आखिर क्यों जनता के बीच जा रहे हो? बदले में महाराज कहते थे अगर अपने परिवार के बीच न जाऊं तो फिर कहां जाऊं? ''

चुनाव के बाद लगाए जाएंगे शिविर

प्रियदर्शिनी ने भावुक होकर कहा, " महाराज हमेशा आप लोगों की चिंता करते हैं, खेती बाड़ी के बारे में पूछते हैं. कभी आप लोग पूछते हैं महाराज से कि वह कैसे हैं? आपके और सिंधिया परिवार के 300 साल पुराने संबध हैं. आप लोगों को जिन योजनाओं का लाभ मिलता है. उसे लाने के लिए कितनी मेहनत करनी पड़ती है कभी सोचा है? हंसना भी पड़ता है, रोना भी पड़ता है. चुनाव के तीन महीने बाद शिविर लगाए जाएंगे. जिनसे शासन की योजनाओं का लाभ लोगों को मिलेगा. "

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प्रियदर्शिनी राजे ने मावन, महूखान, पगारा, खेजरा, मंगवार समेत कई गांवों में जनसंपर्क किया. आपको बता दें कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर ज्योतिरादित्य सिंधिया इस सीट से चुनाव लड़े थे. लेकिन भाजपा प्रत्याशी केपी यादव के हाथों उन्हे हार का मुंह देखना पड़ा था. इस चुनाव के कुछ महीनों बाद ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस के कई विधायकों साथ भाजपा का दामन थाम लिया था.

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