शिमला/ठियोग: हिमाचल प्रदेश में जंगलों से पेड़ों की अवैध कटान और तस्करी के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं. हालांकि, समय-समय पर वन विभाग की टीम इन तस्करों के खिलाफ कार्रवाई भी करती रहती है. वहीं, शिमला जिले के ठियोग में वन विभाग की कार्रवाई की एक ऐसी वीडियो सामने आई, जिसे शायद ही पहले आपने कभी देखा होगा. इस वीडियो में वन विभाग की टीम ने वन तस्करों की गाड़ी का 15 किलोमीटर तक पीछा करते हुए देवदार के स्लीपरों को जब्त किया है. वहीं, मौके पर गाड़ी छोड़कर ड्राइवर फरार हो गया.
ठियोग वन विभाग ने अवैध रूप से 22 देवदार के स्लीपरों को ले जाते हुए एक गाड़ी को पकड़ा है. मामले में शिमला जिले के ढली थाना में भारतीय न्याय संहिता 2023 के तहत सोमवार सुबह 7:00 बजे लकड़ी चोरी का पहला मामला दर्ज किया गया है. ठियोग वन विभाग की टीम ने ठेला क्यार्टु मार्ग पर नाका लगाया था. इस दौरान उन्होंने सभी गाड़ियों को चेकिंग के लिए रोका. लेकिन एक गाड़ी चेकिंग के लिए नहीं रुकी और तेज गति से आगे निकल गई, जिसके बाद वन विभाग ठियोग के रेंज ऑफिसर योगेंद्र धमाकटा ने टीम के साथ गाड़ी का पीछा किया और गाड़ी ड्राइवर को रुकने को कहा, लेकिन वह नहीं रुका. ऐसे में वन विभाग की टीम ने सुनी मार्ग पर करीब 15 किलोमीटर तक पीछा किया, जिसके बाद देवदार स्लीपर ले जा रहे तस्कर गाड़ी छोड़कर फरार हो गया.
इस दौरान टीम ने गाड़ी की जांच की तो उसमें देवदार के 22 स्लीपर मिले. इसके बाद टीम ने इस संबंध में पुलिस को सूचित किया. प्रारंभिक जांच में पुलिस ने देवदार की लकड़ी चोरी को लेकर भारतीय दंड संहिता की धारा 303 उपधारा 3 के तहत ढली थाना में केस दर्ज कर लिया है. आईपीसी में इससे पहले इस तरह के मामलों में 379 धारा लगाई जाती थी, पुलिस मामले की जांच भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम के तहत करेगी. पुलिस ने गाड़ी ड्राइवर की तलाश शुरू कर दी है.
वहीं, पुलिस ने लकड़ी और गाड़ी दोनों को वन विभाग के सुपुर्द कर दिया है. मामले की जांच में अवैध कटान का मामला सामने आने पर इसमें और धाराओं को भी जोड़ा जाएगा. वन विभाग के रेंज ऑफिसर ठियोग योगेंद्र धमाकटा ने बताया कि वन विभाग आने वाले समय में भी इस तरह की कार्रवाई करेगा, जिससे वन तस्करी करने वालों पर लगाम लग सके.
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