शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बीते दिन निर्माणाधीन टिटरी टनल गिर गई थी. जिसको लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसी अनुपम कश्यप ने मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. डीसी ने एडीएम लॉ एंड ऑर्डर अजीत भारद्वाज को जांच का जिम्मा सौंपा हैं.
बता दें कि ढली-कैथलीघाट फोरलेन पर संजौली के पास चलौंठी में निर्माणाधीन टनल के मुहाने पर भूस्खलन होने से सुरंग का पोर्टल भरभराकर गिर गया. जिसके वजह वहां अफरा तफरी का माहौल हो गया. मामले में उपायुक्त अनुपम कश्यप ने मजिस्ट्रेट जांच के ऑर्डर दिए हैं. डीसी ने इस मामले में एडीएम लॉ एंड ऑर्डर अजीत भारद्वाज को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है.
उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा, "13 अगस्त को शिमला के चलौंठी में निर्माणाधीन टनल के मुहाने पर अचानक भूस्खलन की घटना सामने आई है. इस घटना के बारे में एडीएम लॉ एंड ऑर्डर मजिस्ट्रेट जांच करेंगे. यह घटना किन कारणों से हुई, क्या इसमें कोई मानवीय चूक हुई है या किसी अधिकारी या ठेकेदार की लापरवाही के कारण घटना हुई है. इसके साथ ही घटना से जुड़ी हर जानकारी को जांच रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा".
उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा डीएम लॉ एंड ऑर्डर मजिस्ट्रेट दो हफ्ते के भीतर अपनी रिपोर्ट जमा कराएंगे. मजदूरों की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है. इसके साथ ही निर्माण कार्य में सभी मानकों की अनुपालना और
लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जांच के आदेश दिए गए हैं.
गौरतलब है कि बरसात के बाद बीते सोमवार को संजौली बाइपास पर बन रही टनल के ऊपर पहाड़ी से पत्थर आने शुरू हो गए थे और मंगलवार सुबह टनल का पोर्टल गिर गया, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था.
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