श्योपुर। मुरैना लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी शिवमंगल सिंह तोमर दो दिवसीय दौरे पर श्योपुर पहुंचे. श्योपुर जिले के विजयपुर में बूथ कार्यकर्ताओं और पार्टी के पदाधिकारियों के साथ उन्होंने मीटिंग कर चुनावी चर्चा की. विजयपुर के कराहल में ब्राह्मण धर्मशाला में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा शिवमंगल सिंह तोमर का स्वागत करने के लिए मंच लगाया गया. भाजपा प्रत्याशी शिवमंगल सिंह तोमर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे कि तभी विजयपुर से भाजपा के पूर्व विधायक सीताराम आदिवासी ने भाजपा जिलाध्यक्ष को गाली देना शुरू कर दिया. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.
संबोधन लिस्ट में नाम नहीं होने से भड़के पूर्व विधायक
पूर्व विधायक को इस बात की नाराज़गी थी कि उनका नाम संबोधित लिस्ट में क्यों नहीं था. उनका नाम संबोधन के दौरान भी नहीं लिया गया और न ही उन्हें साफा पहनाकर स्वागत किया गया. नाराज पूर्व विधायक ने इस बात को लेकर मंच से ही जिलाध्यक्ष को गालियां देना शुरू कर दिया और तब तक देते रहे, जब तक कार्यक्रम समाप्त नहीं हुआ. इस बीच लोकसभा प्रत्याशी शिव मंगल सिंह तोमर ने भी अपना भाषण बीच में ही रोक दिया. पूर्व विधायक ने सरपंचों से भी मंच छोड़ने के लिए कहा. भाजपा के पूर्व विधायक सीताराम आदिवासी ने भाजपा की सदस्यता लेने वाले सभी 18 सरपंचों से कहा,-" उठो यहां से, हमारा यहां कोई सम्मान नहीं है, जब मेरा ही सम्मान नहीं हो रहा है तो आप सभी के सम्मान की कोई गारंटी नहीं है."
विवाद पर क्या बोले बीजेपी के जिलाध्यक्ष
इस मामले पर भाजपा जिला अध्यक्ष सुरेंद्र जाट का कहना है "गालीगलोज का विषय नहीं है. विषय केवल ये था कि 18 सरपंच पंच पटेल और आदिवासी समाज के लोग भाजपा में शामिल हुवे थे. सीताराम जी ये नहीं चाहते कि वो शामिल हों, क्योंकि उनको ये लग रहा था कि अब इनको महत्व मिलेगा जबकि पार्टी में तो सभी को महत्व मिलता है. उनको हमने शामिल कराया है. पार्टी का कुनबा भी बढ़ रहा है. जबकि सीताराम जी को पार्टी ने तीन बार टिकिट दिया है. विधायक बनाया है. पार्टी तो सबका सम्मान करती है."
ये खबरें भी पढ़ें... ग्वालियर में थानेदार के बेटे की गुंडागर्दी, हाउसिंग सोसायटी में तोड़े कांच,गार्ड को भी धुना |
कांग्रेस नेताओं ने कसा भाजपा पर तंज
इधर, कांग्रेस ने भाजपा पर चुटकी ली है. पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दौलतराम गुप्ता ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी में अनुसूचित जनजातियों और आदिवासियों के लिए कोई जगह नहीं है. भाजपा सत्ता के मद में चूर है और चंदा वसूली करती है. उनका कहना है,-"भाजपा नेता सत्ता के नशे में चूर हैं. उनके नेताओं की निगाह में कार्यकर्ताओं, जनता, प्रतिनिधि रह चुके पूर्व विधायक और तमाम सारे कार्यकर्ताओं का कोई सम्मान नहीं है और ना ही सम्मान करना चाहते हैं. विजयपुर विधानसभा के पूर्व विधायक सीताराम का जब अपमान हो रहा था तब वहां भाजपा के वरिष्ठ नेता दुर्गालाल सहित ओर नेता भी बैठे हुए थे तब भी ये कुछ नहीं बोले."