ऊना: हिमाचल प्रदेश की प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता चिंतपूर्णी के दरबार में शारदीय नवरात्र मेले का शुभारंभ हो चुका है. नवरात्र के पहले दिन देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने मां चिंतपूर्णी के दरबार में पहुंचे और नतमस्तक होकर पवित्र पिंडी के दर्शन किए. मेले के चलते चिंतपूर्णी मंदिर को देश विदेश से मंगवाए गए रंग बिरंगे फूलों से सजाया गया है, जिससे मंदिर की सुंदरता देखते ही बन रही है.
वहीं, प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं को मुलभुत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए सभी पुख्ता प्रबंध किए गए हैं. प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बेहतर प्रबंधों का दावा किया है. इसके साथ ही समूचे मेला क्षेत्र में चार सेक्टरों में बांटा गया है. श्रद्धालुओं को दर्शन पर्ची के साथ ही मंदिर में दर्शनों की अनुमति दी जा रही है.
मेला के दौरान मंदिर परिसर क्षेत्र में नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरों से जिला प्रशासन पूरी निगरानी रख रहा है. सुरक्षा की दृष्टि से पूरे मेला क्षेत्र को छावनी में तब्दील किया गया है. मुख्य जगहों पर पुलिस बैरियर स्थापित कर दिए गए हैं. नवरात्र मेले के दौरान श्रद्धालुओं को मां के दर्शन पर्ची सिस्टम से ही होंगे. मां के मंदिर में नारियल चढ़ाने पर रोक रहेगी. प्रशासन ने यह निर्णय भी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया है.
वहीं मेला क्षेत्र को चार सेक्टरों में बांटा गया है और प्रत्येक सेक्टर में मेला मजिस्ट्रेट और मेला पुलिस अधिकारी तैनात किये गए है. पहले नवरात्र पर ही देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु पहुंचे और माता चिंतपूर्णी की पवित्र पिंडी के दर्शन करते हुए खूब जयकारे लगाए. श्रद्धालुओं का कहना है कि माता चिंतपूर्णी सभी भक्तों की चिंताएं दूर करती है और सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती है.
वहीं, चिंतपूर्णी मंदिर के पुजारी संदीप कालिया ने कहा, "नवरात्रों में नौ देवियों की पूजा की जाती है. श्रद्धालु नवरात्रों में आध्यात्मिक और मानसिक शक्ति के लिए उपवास भी रखते हैं. आज नवरात्रि का पहला दिन है और 12 अक्टूबर तक चिंतपूर्णी में शारदीय नवरात्र मेला मनाया जाएगा".