शहडोल. घटना शहडोल जिले के खानौधी वन परिक्षेत्र के मलमाथर गांव से लगे जंगल की है. यहां मलमाथर गांव की रहने वाली 60 साल की महिला नान बाई सिंह गोंड मवेशी चराने गई थी. जंगल में मवेशी चराते हुए वह अपने साथियों से दूर हो गई. इस दौरान जंगल में एक बाघ ने महिला पर हमला कर दिया. महिला कुछ देर तक अपनी जान बचाने के लिए बाघ से जमकर लड़ती रही. इस दौरान बाघ ने उसकी गर्दन पर काटने का प्रयास भी किया.
ऐसे बची महिला की जान
महिला ने पूरी ताकत से बाघ को रोकने का प्रयास किया, जिस वजह से बाघ के दांत महिला की गर्दन पर न लगकर कंधे में जा घुसे. बाघ का सामना करते हुए ग्रामीण महिला जोर-जोर से चिल्लाकर मदद की गुहार भी लगाती रही. महिला की आवाज सुनकर जंगल में मौजूद अन्य लोग भी वहां भाग कर आए, और जोर-जोर से हल्ला करने लगे. जैसे ही बाघ ने अन्य लोगों को अपनी ओर आते देखा, तो वह महिला को छोड़कर भाग खड़ा हुआ।
क्षेत्र में दहशत का माहौल
इस संघर्ष में महिला को गंभीर चोट आई हैं. मौके पर वनकर्मी और पुलिसकर्मी भी पहुंचे और घायल महिला को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जयसिंहनगर इलाज के लिए ले जाया गया, जहां महिला का इलाज जारी है. वहीं वन विभाग इस बाघ के हमले की बारीकी से जांच भी कर रहा है और वैधानिक कार्रवाई करने की बात कह रहा है. इस घटना के बाद से क्षेत्र में बाघ के मूवमेंट को लेकर दहशत का माहौल बना हुआ है.
इस पूरे मामले को लेकर दक्षिण वन मंडल की डीएफओ श्रद्धा पेंद्रे ने घटना के संबंध में कहा, '' वन क्षेत्र में बाघ के हमले से एक स्थानीय व्यक्ति घायल हुआ है, जिसका इलाज अस्पताल में चल रहा है. जिस जगह पर बाघ ने चरवाहे पर हमला किया सुरक्षा के लिहाज से वन अमला उस क्षेत्र की गश्ती कर रहा है और क्षेत्र के ग्रामीणों को भी जंगल में उनके मवेशी न ले जाने की समझाइए दी जा रही है.''