शहडोल। जिले में इन दिनों एक बांध निर्माण कार्य का तीखा विरोध है. पिछले एक माह से पूर्व विधायक सहित ग्रामीण व किसान लामबंद होकर क्रमिक भूख हड़ताल कर रहे हैं. प्रदर्शन का कोई असर न हुआ तो अब ये सभी लोग कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और विरोध जताया. चेतावनी भी दी है कि अगर उनकी बातों को नहीं माना गया तो अब जल समाधि लेंगे और लोकसभा चुनाव बहिष्कार भी किया जाएगा. दरअसल, शहडोल जिले के गोहपारू जनपद में ग्राम मझौली, ओढ़की और कठौतिया गांव के पास जल संसाधन विभाग बांध बनवा रहा है.
बांध की जगह बदलने की मांग पर अड़े किसान
बांध बनाने का ग्रामीण व किसान लगतार विरोध कर रहे हैं. किसानों के साथ पूर्व विधायक पिछले 35 दिनों से क्रमिक भूख हड़ताल कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि जिस जगह पर बांध निर्माण हो रहा है, उससे खेती प्रभावित हो रही है. जिससे भारी नुकसान होगा. बांध बनने से किसानों की बहुमूल्य जमीन डूब में आ जाएगी. लोगों की मांग है कि जहां पर बांध निर्माण किया जा रहा है, उसकी जगह को बदला जाए. ग्रामीण और पूर्व विधायक जयराम सिंह कुमार लगातार क्रमिक भूख हड़ताल भी कर रहे हैं.
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बांध बनने से 440 हेक्टेयर क्षेत्रफल में सिंचाई सुविधा
वहीं, शहडोल कार्यपालन यंत्री प्रतीक खरे का कहना है कि जलहली योजना के तहत बांध का निर्माण हो रहा है. इसमें तीन गांव डूब क्षेत्र से प्रभावित हो रहे हैं. ये हैं कठौतिया, मझौली और ओढ़की. इसमें लगभग 62 हेक्टेयर जमीन डूब में आ रही है. 197 किसान इससे प्रभावित हो रहे हैं. इस योजना के निर्माण से 440 हेक्टेयर में सिंचाई होगी, जिससे तीन गांवों के किसानों को सिंचाई का लाभ मिलेगा. वहां एक स्टाप डैम बना हुआ है, जो एक छोटी संरचना है, जिससे 10 से 20 हेक्टेयर में ही सिंचाई होती है.