शहडोल: जिले के ब्यौहारी थाना क्षेत्र से एक ऐसा मामला सामने आया है, जो आपको भी हैरान कर सकता है. क्या कभी कोई सोच सकता है कि डेढ़ साल पहले गुमा हुआ सामान वह भी किसी ऑटो से गिरा हुआ पर्स डेढ़ साल बाद मिल जाएगा और उस पर्स में रखा कीमती सामान भी साथ में मिलेगा, लेकिन शहडोल जिले में एक महिला के साथ ऐसा हुआ है. डेढ़ साल बाद ही सही, लेकिन जब वो गुमा हुआ सामान मिला, तो महिला के चेहरे पर खुशी देखते ही बनती थी.
मोबाइल ने दिलाया सोने के आभूषणों वाला बैग
ब्यौहारी थाना प्रभारी अरुण पांडे के मुताबिक, शकीला बानो जिसकी उम्र 30 वर्ष है. वो शहडोल जिले के धनपुरी के अमलाई थाना क्षेत्र की रहने वाली है. जहां 26 दिसंबर 2022 को उसने थाने में उपस्थित होकर सूचना दी थी, कि चुंगी नाका ब्यौहारी से अपने मायके ग्राम खैरा के लिए ऑटो में बैठकर जा रही थी. तभी उसका एक लेडीज पर्स जिसमें सोने के कुछ आभूषण, एक मोबाइल स्मार्ट फोन और 3000 रुपये नगदी समेत करीब ढाई लाख का सामान था, जो रास्ते में कहीं गिर गया था. ब्यौहारी पुलिस ने सूचना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल मोबाइल की संपूर्ण जानकारी साइबर सेल शहडोल को भेजी थी और लगातार साइबर सेल के माध्यम से उस पर नजर भी बनाए हुए थे.
मोबाइल ने दिला दिया लाखों का सामान
ब्यौहारी थाना प्रभारी के मुताबिक, जेवरात से भरा बैग जो गुमा था, उसमें एक मोबाइल भी था, जो घटना के बाद से ही लगातार बंद आ रहा था. लेकिन पुलिस के सब्र और लगातार लंबे वक्त तक उस मोबाइल को ट्रेस करना काम आया. करीब डेढ़ साल बाद गुम हुए मोबाइल की लोकेशन अचानक मिल गई, जो कि शहडोल जिले के ग्राम खैरा थाना पपौन्ध से प्राप्त हुई थी. इसके बाद लोकेशन के आधार पर वहां पुलिस पहुंची, तो मोबाइल का उपयोग पुष्पा यादव नाम की एक महिला जो की खैरा थाना क्षेत्र की थी वो कर रही थी. उसके पास से मोबाइल मिला जब उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि करीब डेढ़ वर्ष पहले ग्राम जमोडी के आम रास्ते में एक लेडिस पर्स गिरा हुआ मिला था. पर्स में सोने की मनचली, बेंदी कान का झुमका, मंगलसूत्र, एक मोबाइल और ₹3000 नगद मिला था.
खोया सामान पाकर चेहरे में आई चमक
जैसे ही ये सब बातें पता चली ग्राम खैरा से सभी सामान और मोबाइल को बरामद कर लिया गया. इसके बाद गुरुवार को पुलिस ने ब्यौहारी थाने में फरियादिया को बुलाया और डेढ़ साल बाद जब उसके खोए हुए सामान की पहचान करवा कर उसे वापस दिया. अपना पूरा सामान पाकर फरियादीया के चेहरे पर खुशी के आंसू थे. उसके चेहरे में एक अलग ही चमक थी, क्योंकि डेढ़ साल बाद जब उसने भी इसकी उम्मीद खो दी थी अचानक से मोबाइल समेत उसका सारा सोने का सामान उसे वापस मिल गया.