देवास: पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह गुरुवार को देवास पहुंचे. उन्होंने जवेरी राम मंदिर में भगवान राम के दर्शन किए और मंदिर ट्रस्ट की भूमि को लेकर चल रहे विवाद की जानकारी ली. ट्रस्ट की 25 बीघा भूमि को लेकर दिग्विजय सिंह ने कलेक्टर से भी चर्चा की. बता दें कि जवेरी राम मंदिर की जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है, लेकिन अभी तक इसका समाधान नहीं हो पाया है.
कलेक्टर से भूमि विवाद पर की चर्चा
मंदिर ट्रस्ट की 25 बीघा भूमि को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री देवास पहुंचे थे. उन्होंने यहां मंदिर के पुजारी मयूर व्यास और फिर मुख्य पुजारी से फोन पर बात कर मुद्दे की जानकारी ली. इसके बाद दिग्विजय सिंह ने कलेक्टर ऑफिस पहुंचकर कलेक्टर ऋषव गुप्ता से भूमि को लेकर चर्चा की.
देवास शहर के जवहरी राम मंदिर की २५ बीघा ज़मीन जो देवास जूनियर महाराज ने मंदिर को दान में दी थी कुछ ट्रस्टियों ने अवैधानिक रूप से बेंच दी।
— Digvijaya Singh (@digvijaya_28) September 18, 2024
यह प्रकरण मेरे संज्ञान पूर्व मंत्री दीपक जोशी लाये हैं। मैंने देवास के परिचित वकील साहब से सारी जानकारी देने के लिए अनुरोध किया जिसका…
न्यायालय में लंबित है मामला
बता दें कि जवेरी राम मंदिर की जमीन का मुद्दा लंबे समय से चल रहा है. लेकिन इस मामले का अभी तक समाधान नहीं हुआ है. देवास की जनता मंदिर की ऐतिहासिक संपत्ति और उनके धार्मिक महत्व को ध्यान में रखते हुए इस विवाद का जल्द समाधान की उम्मीद कर रही है. बताया गया कि ये मामला अभी न्यायालय के विभिन्न स्तरों पर लंबित है.
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भूमि संरक्षण की मांग
पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने कहा, " 50 वर्ष पहले जवेरी राम मंदिर की जमीन 3.15 लाख रुपए में रसूदखोर को बेच दी गई थी. इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह देवास पहुंचे हैं और कलेक्टर से चर्चा कर ट्रस्ट की भूमि के संरक्षण की मांग की."