शहडोल। जून के महीने से खरीफ सीजन की खेती शुरू हो जाएगी. खरीफ सीजन में धान की खेती प्रमुखता के साथ की जाती है. धान की खेती में किसानों के साथ इन दिनों जो सबसे बड़ी समस्या आ रही है वो है धान की रोपाई की, क्योंकि कभी किसानों के सामने मजदूरों की समस्या सामने आ जाती है, तो कभी लागत की समस्या सामने आती है. ऐसे में धान की रोपाई के लिए अब तरह-तरह की मशीन आने लगी हैं. इन मशीनों पर सरकार सब्सिडी दे रही है. ये मशीन किसानों की लागत भी बचाएगी, समय भी बचेगा और फसल का उत्पादन भी बम्पर होगा.
धान रोपाई के लिए गजब मशीन
अगर आप धान की खेती करते हैं और धान रोपाई में आपको सबसे ज्यादा समस्या आती है. ऐसे किसानों के लिए अब धान की रोपाई करने की मशीन आ गई है जिसे पैडी ट्रांसप्लांटर मशीन के नाम से जाना जाता है. इस मशीन के माध्यम से किसान कम लागत में सही समय पर आसानी से खेतों पर धान की नर्सरी की रोपाई कर सकते हैं और इसी वजह से इन दिनों ज्यादातर किसानों की ये मशीन पहली पसंद भी बन रही है. इस मशीन के लिए किसान भी उत्साहित होकर सामने आ रहे हैं और खरीदारी कर रहे हैं क्योंकि इस मशीन पर सरकार भी अच्छी खासी सब्सिडी दे रही है.
पैडी ट्रांसप्लांटर मशीन के बारे में जानिए
शहडोल कृषि अभियांत्रिकी विभाग के असिस्टेंट एग्रीकल्चर इंजीनियर आरके पयासी बताते हैं कि धान की फसल के रोपा लगाने वाली जो मशीन है उसे पैडी ट्रांसप्लांटर मशीन के नाम से जाना जाता है. पैडी ट्रांसप्लांटर मशीन नॉर्मली दो तरह की होती है, एक राइडिंग टाइप का होता है, और दूसरा वॉक बिहाइंड होता है. धान की नर्सरी लगाने के लिए पहले इस मशीन के लिए नर्सरी लगाई जाती है, और 14 से 15 दिन की जब धान की नर्सरी होती है तो उसको पैडी ट्रांसप्लांटर मशीन से रोपाई कर दी जाती है.
पैडी ट्रांसप्लांटर मशीन की कीमत
शहडोल कृषि अभियांत्रिकी विभाग के असिस्टेंट एग्रीकल्चर इंजीनियर आरके पयासी बताते हैं कि पैडी ट्रांसप्लांटर की जो राइडिंग टाइप मशीन होती है वो 13 से 18 लाख की कीमत की होती है, और जो हमारा वॉक बिहाइंड मशीन होता है, ये ढाई लाख से लेकर 3 लाख 20 हजार तक इसकी कीमत होती है और अलग-अलग कंपनियों के हिसाब से इसके अलग अलग रेट हैं. सरकार अच्छा खासा अनुदान भी दे रही है.
पैडी ट्रांसप्लांटर मशीन पर बंपर अनुदान
एग्रीकल्चर इंजीनियर आरके पयासी बताते हैं की पैडी ट्रांसप्लांटर मशीन में सरकार अच्छा खासा अनुदान भी दे रही है, और इस मशीन में मिलने वाली सब्सिडी का कोई भी किसान आसानी से फायदा उठा सकता है. वॉक बिहाइंड टाइप मशीन है जिसकी कीमत लगभग ढाई लाख रुपये से लेकर के 3 लाख 20 हज़ार तक की है, इसमें अधिकतम एक लाख 50 हज़ार तक का अनुदान है और जो राइडिंग टाइप मशीन है उसकी कीमत 13 से 18 लाख कीमत है, उसमें अधिकतम 5 लाख तक की छूट है.
ऐसे करें आवेदन
इस मशीन के लिए कृषि अभियांत्रिकी संचालनालय विभाग के ई कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल के माध्यम से सभी कृषि यंत्रों को अनुदान दिया जाता है. इस ई कृषि यंत्र पोर्टल पर आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा और फिलहाल ये मशीन ऑन डिमांड की श्रेणी में सभी किसानों के लिए उपलब्ध है.
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लागत में होगी बचत, होगा बम्पर उत्पादन
किसानों के लिए ये मशीन लागत भी बचाएगी और उत्पादन भी बम्पर होगा. एक एकड़ में जब मजदूरों से धान का रोपा लगवाते हैं, तो 3 हजार से लेकर 3500 तक खर्च आता है, इस मशीन में जब धान की रोपाई करवाएंगे तो एक एकड़ में 500 से 600 रुपये में ही किसान धान की नर्सरी को ट्रांसप्लांट करा सकता है.