ETV Bharat / state

खड़ी हुई माता लक्ष्मी की मूर्ति का न करें पूजन, इन वास्तु टिप्स को करें फॉलो, होगी धन वर्षा

दिवाली पर वास्तु के अनुसार माता लक्ष्मी की पूजा करें. इस बात का विशेष ध्यान रखें कि लक्ष्मी जी कमल पर बैठी हों.

Worship Goddess Lakshmi as per Vaastu
वास्तु अनुसार पूजा से प्रसन्न होती हैं माता लक्ष्मी (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : 3 hours ago

शहडोल: धनतेरस के साथ ही दिवाली के 5 दिन का त्योहार शुरू हो चुका है. आज बुधवार को नरक चौदस है और 31 अक्टूबर दिन गुरुवार को दिवाली का त्योहार है, जिसकी तैयारियां लोग जोर-शोर से कर रहे हैं. ऐसे में दिवाली में वास्तु के हिसाब से किस तरह से तैयारी करें, लक्ष्मी गणेश की कैसी मूर्ति घर लेकर आएं, घर में किस जगह पर पूजा करना बहुत फलदायी होगा और क्या कुछ करना चाहिए, जिससे भाग्य की उन्नति होगी और लक्ष्मी जी प्रसन्न होंगी. आइए जानते हैं, ज्योतिष और वास्तु विशेषज्ञ पंडित शिवधर द्विवेदी से.

वास्तु के हिसाब से लाएं मूर्ति

ज्योतिष और वास्तु विशेषज्ञ पंडित शिवधर द्विवेदी कहते हैं कि "दीपावली के दिन माता लक्ष्मी की पूजा बड़े विधि विधान से की जाती है. ऐसे में अगर थोड़ा वास्तु पर ध्यान दें, तो पूजा और सफल मानी जाती है. इसके साथ ही लक्ष्मी माता भी बहुत प्रसन्न होती हैं. वास्तु के हिसाब से दिवाली में जब लक्ष्मी और गणेश की मूर्ति लेने जाएं, तो इन बातों का विशेष ख्याल रखें कि लक्ष्मी जी कमल पर बैठी हों. वहीं, इस बात का भी ध्यान दें कि गणेश जी की जो सूंड होती है, वो दाहिनी ओर मुंड़ी हो. ऐसे गणेश जी और लक्ष्मी जी पूजा के लिए बहुत शुभ माने जाते हैं. इस बात का भी ध्यान रखें कि जब लक्ष्मी गणेश की मिट्टी की मूर्ति लेकर आते हैं, तो उसे हर वर्ष बदलना पड़ता है, लेकिन यदि किसी धातु की मूर्ति लाते हैं, तो एक बार प्रतिष्ठा कर देने से और पूजा कर देने से हर वर्ष नहीं बदलना पड़ेगा."

घर में इस जगह पर करें पूजा

वास्तु विशेषज्ञ पंडित शिवधर द्विवेदी आगे बताते हैं कि "जब दिवाली के लिए माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा करें, तो पूजा स्थल का चयन भी वास्तु के हिसाब से करें. पहले घर के ईशान कोण के कमरे में ही लक्ष्मी गणेश जी की पूजा करें. लक्ष्मी गणेश जी के साथ कुबेर जी की भी पूजा करें. इस बात का ध्यान रखें कि नवग्रह यंत्र जरूर रखें, जिससे नवग्रह भी अनुकूल हों और माता लक्ष्मी और गणेश जी भी अनुकूल हों. वहीं, घर में खड़ी हुई लक्ष्मी जी की मूर्ति की पूजा नहीं करनी चाहिए, उसमें लक्ष्मी जी स्थिर नहीं रहती हैं."

ये भी पढ़ें:

बागेश्वर बाबा दिवाली पटाखा, न्यू ईयर और कुर्बानी से नाराज धीरेंद्र शास्त्री चलाएंगे सुतली बम

कमल की खुशबू से महका लोटस वैली, फूलों से गुलजार होगी घर-घर दीपावली

विशेष भाग्य उन्नति के लिए करें ये काम

ज्योतिष और वास्तु विशेषज्ञ पंडित शिवधर द्विवेदी कहते हैं कि "वास्तु के हिसाब से अगर विशेष उन्नति चाहते हैं, लक्ष्मी जी का आशीर्वाद चाहते हैं और लक्ष्मी जी की कृपा चाहते हैं, तो उसके लिए दिवाली के दिन किसी भी धातु का कछुआ लेकर उसकी प्रतिष्ठा करके पूजा करें. इससे विशेष भाग्य की उन्नति होगी, लक्ष्मी जी प्रसन्न होंगी. इतना ही नहीं जब कछुआ का प्रतिष्ठा करें, तो कछुआ के चारों तरफ, चारों दिशाओं में, 4 कौड़ी भी रखें. कौड़ी में भी विशेष ध्यान रखें कि अगर सफेद वाली कौड़ी मिल जाये तो वो बहुत ही अच्छी मानी जाती है. इसके साथ ही माता लक्ष्मी को लाल कमल का पुष्प बहुत प्रिय होता है, वहीं गणेश जी को लाल कनेर का पुष्प बहुत प्रिय होता है, इसे भगवान पर जरूर अर्पित करें.

शहडोल: धनतेरस के साथ ही दिवाली के 5 दिन का त्योहार शुरू हो चुका है. आज बुधवार को नरक चौदस है और 31 अक्टूबर दिन गुरुवार को दिवाली का त्योहार है, जिसकी तैयारियां लोग जोर-शोर से कर रहे हैं. ऐसे में दिवाली में वास्तु के हिसाब से किस तरह से तैयारी करें, लक्ष्मी गणेश की कैसी मूर्ति घर लेकर आएं, घर में किस जगह पर पूजा करना बहुत फलदायी होगा और क्या कुछ करना चाहिए, जिससे भाग्य की उन्नति होगी और लक्ष्मी जी प्रसन्न होंगी. आइए जानते हैं, ज्योतिष और वास्तु विशेषज्ञ पंडित शिवधर द्विवेदी से.

वास्तु के हिसाब से लाएं मूर्ति

ज्योतिष और वास्तु विशेषज्ञ पंडित शिवधर द्विवेदी कहते हैं कि "दीपावली के दिन माता लक्ष्मी की पूजा बड़े विधि विधान से की जाती है. ऐसे में अगर थोड़ा वास्तु पर ध्यान दें, तो पूजा और सफल मानी जाती है. इसके साथ ही लक्ष्मी माता भी बहुत प्रसन्न होती हैं. वास्तु के हिसाब से दिवाली में जब लक्ष्मी और गणेश की मूर्ति लेने जाएं, तो इन बातों का विशेष ख्याल रखें कि लक्ष्मी जी कमल पर बैठी हों. वहीं, इस बात का भी ध्यान दें कि गणेश जी की जो सूंड होती है, वो दाहिनी ओर मुंड़ी हो. ऐसे गणेश जी और लक्ष्मी जी पूजा के लिए बहुत शुभ माने जाते हैं. इस बात का भी ध्यान रखें कि जब लक्ष्मी गणेश की मिट्टी की मूर्ति लेकर आते हैं, तो उसे हर वर्ष बदलना पड़ता है, लेकिन यदि किसी धातु की मूर्ति लाते हैं, तो एक बार प्रतिष्ठा कर देने से और पूजा कर देने से हर वर्ष नहीं बदलना पड़ेगा."

घर में इस जगह पर करें पूजा

वास्तु विशेषज्ञ पंडित शिवधर द्विवेदी आगे बताते हैं कि "जब दिवाली के लिए माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा करें, तो पूजा स्थल का चयन भी वास्तु के हिसाब से करें. पहले घर के ईशान कोण के कमरे में ही लक्ष्मी गणेश जी की पूजा करें. लक्ष्मी गणेश जी के साथ कुबेर जी की भी पूजा करें. इस बात का ध्यान रखें कि नवग्रह यंत्र जरूर रखें, जिससे नवग्रह भी अनुकूल हों और माता लक्ष्मी और गणेश जी भी अनुकूल हों. वहीं, घर में खड़ी हुई लक्ष्मी जी की मूर्ति की पूजा नहीं करनी चाहिए, उसमें लक्ष्मी जी स्थिर नहीं रहती हैं."

ये भी पढ़ें:

बागेश्वर बाबा दिवाली पटाखा, न्यू ईयर और कुर्बानी से नाराज धीरेंद्र शास्त्री चलाएंगे सुतली बम

कमल की खुशबू से महका लोटस वैली, फूलों से गुलजार होगी घर-घर दीपावली

विशेष भाग्य उन्नति के लिए करें ये काम

ज्योतिष और वास्तु विशेषज्ञ पंडित शिवधर द्विवेदी कहते हैं कि "वास्तु के हिसाब से अगर विशेष उन्नति चाहते हैं, लक्ष्मी जी का आशीर्वाद चाहते हैं और लक्ष्मी जी की कृपा चाहते हैं, तो उसके लिए दिवाली के दिन किसी भी धातु का कछुआ लेकर उसकी प्रतिष्ठा करके पूजा करें. इससे विशेष भाग्य की उन्नति होगी, लक्ष्मी जी प्रसन्न होंगी. इतना ही नहीं जब कछुआ का प्रतिष्ठा करें, तो कछुआ के चारों तरफ, चारों दिशाओं में, 4 कौड़ी भी रखें. कौड़ी में भी विशेष ध्यान रखें कि अगर सफेद वाली कौड़ी मिल जाये तो वो बहुत ही अच्छी मानी जाती है. इसके साथ ही माता लक्ष्मी को लाल कमल का पुष्प बहुत प्रिय होता है, वहीं गणेश जी को लाल कनेर का पुष्प बहुत प्रिय होता है, इसे भगवान पर जरूर अर्पित करें.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.