शहडोल। शहडोल जिले के ब्यौहारी तहसील परिसर में गुरुवार को हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. जब अपने ट्रांसफर से नाराज एक बाबू पहले पेड़ पर चढ़ गया और फांसी लगाने की धमकी देता रहा. बाबू के इस ड्रामा को देखकर वहां लंबी भीड़ जमा हो गई. लोग उसे मनाने की कोशिश करते रहे और आखिर में एसडीएम ने समझा कर उसे नीचे उतारा और अब खुद ही मामले की जांच भी कर रहे हैं.
बाबू का हाईवोल्टेज ड्रामा
बताया जा रहा है की ये बाबू ब्यौहारी तहसील के आखेटपुर सर्कल में पदस्थ है. अपना ट्रांसफर रुकवाने के लिए ये पूरा हाई वोल्टेज ड्रामा किया. इस बाबू का नाम लल्लू लाल प्रजापति है. इस लिपिक ने अपने ट्रांसफर आदेश से असंतुष्ट होकर आत्महत्या करने का प्रयास किया और पेड़ पर चढ़ गया. वहां पर फांसी पर झूल जाने की धमकी देने लगा. जैसे ही मामले की जानकारी तहसीलदार ब्यौहारी को लगी, तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे और उसे समझाने का प्रयास किया, लेकिन वो नहीं माना. बाद में एसडीएम ब्यौहारी नरेंद्र सिंह धुर्वे मौके पर पहुंचे और बड़ी देर तक उसे मनाते रहे. उसे समझाया तब कहीं जाकर वह पेड़ से नीचे उतरा और मामला शांत हुआ.
जानिए क्या है पूरा मामला
इस बाबू को लेकर बताया गया कि लिपिक लल्लू लाल प्रजापति पहले ब्यौहारी तहसील में ही पदस्थ था. जिसकी बार-बार शिकायतें मिलने पर उसे जयसिंहनगर तहसील स्थानांतरित कर दिया गया था. कुछ दिन वहां रहने के बाद फिर से ब्यौहारी तहसील में बाबू ने अपनी पोस्टिंग करा ली थी. वहां ब्यौहारी के आखेटपुर सर्कल का प्रभारी था. तीन दिन पहले ही उसका तबादला ब्यौहारी तहसील के नकल शाखा में कर दिया गया था, जिससे वह काफी नाराज था और तीन दिनों से अधिकारियों के पास जाकर चक्कर काट रहा था, लेकिन अधिकारियों ने उसका तबादला कैंसिल नहीं किया. जिससे वह नाराज हो गया और गुरुवार की दोपहर उसने हाई वोल्टेज ड्रामा करते हुए तहसील कार्यालय के भीतर लगे एक पेड़ में चढ़कर हंगामा करने लग गया.
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तबादला निरस्त कराने की मांग
घटना की जानकारी पुलिस को भी दी गई पेड़ में चढ़े बाबू को देखने लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई. आखिर में एसडीएम के समझाने के बाद बाबू पेड़ के नीचे उतरा. बाबू पेड़ में चढ़कर बार-बार यह मांग कर रहा था, कि मैं फांसी लगा लूंगा, नहीं तो मेरा तबादला तुरंत निरस्त कर दिया जाए. हालांकि तबादला तो उसका निरस्त नहीं किया गया है उसे किसी कदर समझा कर नीचे एसडीएम ने उतरवा लिया है. अब मामले की जांच भी एसडीएम स्वयं ही कर रहे हैं, लेकिन बाबू के इस हाई वोल्टेज ड्रामा ने तहसील परिसर में एक बड़ी भीड़ इकट्ठा जरूर कर दी.
इस पूरे मामले को लेकर एसडीएम नरेंद्र सिंह धुर्वे का कहना है कि 'ट्रांसफर किए जाने से नाराज होकर लिपिक इस तरह की हरकत कर रहा था. जिसे समझाइश देकर उसे पेड़ से उतारा गया है. अब आगे की वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.