नई दिल्ली: दिल्ली देहात के नजफगढ़ इलाके में हुए डबल मर्डर मामले में नई जानकारी सामने आई है. सूत्रों के मुताबिक मृतक आशीष और आरोपी संजीव दहिया उर्फ संजू गहरे दोस्त थे. जब आशीष जेल से छूटकर बाहर आया तो उसका संजीव से झगड़ा हो गया, क्योंकि वह उससे जेल में मिलने नहीं गया था. इसी का बदला लेने के लिए आरोपियों ने डबल मर्डर की वारदात को अंजाम दे दिया. साथ ही यह भी सामने आया है कि संजीव के पिता दिल्ली पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पोस्ट पर हैं.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, झगड़े के बाद आरोपियों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाला था, जिसको लेकर दोनों के बीच विवाद और बढ़ गया. आरोपियों में से एक कुख्यात गोगी गैंग का सदस्य भी है. डीसीपी अंकित सिंह ने कहा कि जांच में लोकल पुलिस के अलावा स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच सहित करीब आधा दर्जन टीमें जुटी हैं और दोनों आरोपियों की पहचान संजीव दहिया उर्फ संजू और हर्ष उर्फ चिंटू के रूप में की जा चुकी है, जिसमें हर्ष का नाम पहले रिंकू के रूप में सामने आया था. मामले में अब तक 200 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा चुके हैं और टेक्निकल सर्विलांस की मदद से फरार आरोपियों और उनके ठिकानों के बारे में पता लगाया जा रहा है.
यह भी पढ़ें-नजफगढ़ डबल मर्डर: घटना में शामिल दोनों आरोपियों की हुई पहचान, एक गोगी गैंग का सक्रिय सदस्य
सामने आया है कि मृतक आशीष साल 2021 में हत्या के एक मामले में जेल गया था. यह भी पता चला है कि आरोपी चिंटू गैंगस्टर गोगी के गिरोह से जुड़े योगेश टुंडा का भाई है. डीसीपी ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही वारदात के सही कारणों का खुलासा हो पाएगा. फिलहाल सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस दिल्ली-एनसीआर में छापेमारी कर रही है. वहीं मृतकों के बारे में पता चला है कि सोनू और आशीष अपने परिवार के साथ नांगली सकरावती में रहते थे. सोनू का प्रॉपर्टी का काम था, जबकि आशीष लंबे समय से कोई काम नहीं कर रहा था. दोनों के बीच लंबे समय से दोस्ती थी.
यह भी पढ़ें-नजफगढ़ डबल मर्डर: पहले बदमाशों ने की थी रेकी... फिर मौका देखकर सैलून में दो युवकों को गोलियों से भूना