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अलास्का की सबसे ऊंची चोटी देनाली पर SDRF की नजर, आरोहण के लिए पर्वतारोही राजेन्द्र नाथ रवाना - SDRF mountaineer Rajendra Nath - SDRF MOUNTAINEER RAJENDRA NATH

SDRF mountaineer Rajendra Nath, अलास्का की सबसे चोटी पर आरोहण के लिए SDRF के पर्वर्तारोही निकल चुके हैं. SDRF के पर्वर्तारोही राजेन्द्र नाथ को SDRF सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने फ्लैग ऑफ किया.

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अलास्का की सबसे ऊंची चोटी देनाली पर SDRF की नजर (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jun 10, 2024, 6:03 PM IST

देहरादून: SDRF के मुख्य आरक्षी राजेन्द्र नाथ उत्तरी अमेरिका के अलास्का प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी माउंट देनाली के आरोहण के लिए रवाना हो गये हैं. SDRF सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने राजेन्द्र नाथ को फ्लैग ऑफ किया. इस दौरान SDRF सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने कहा राजेन्द्र नाथ को उनके मिशन के लिए शुभकामनाएं दी.

SDRF सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने कहा पर्वतारोहण एक साहसिक खेल है. उच्च हिमालय क्षेत्र में आपदा के दौरान पर्वतारोहण की टीम रेस्क्यू कार्य में बहुत सहायक साबित होती है. SDRF के प्रत्येक सदस्य के लिए पर्वतारोहण का विशेष महत्व है, इसलिए समय-समय पर पर्वतारोहण अभियानों में प्रतिभाग करने के लिए कर्मियों को प्रोत्साहित किया जाता है.

बता दें राजेन्द्र नाथ पूर्व में भी अनेक कीर्तिमान हासिल कर चुके हैं. उन्होंने विगत वर्षों में चंद्रभागा-13 (6264 मीटर), डीकेडी-2 (5670 मीटर), माउंट त्रिशूल (7120 मीटर) माउंट गंगोत्री प्रथम (6672 मीटर), माउंट श्रीकंठ (6133 मीटर), माउंट बलज्यूरी (5922 मीटर), माउंट बंदरपूंछ (5500 मीटर) का सफलता पूर्वक आरोहण किया है.

राजेंद्र नाथ ने यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुश(5642 मीटर), अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो (5895 मीटर) व दक्षिण अमेरिका महाद्वीप के अर्जेंटीना में स्थित सबसे ऊंची चोटी माउंट अंकोकागुआ (6961 मीटर) को सफलतापूर्वक फतह कर देश व उत्तराखंड पुलिस का नाम रोशन किया है. अब वे अलास्का प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी माउंट देनाली के आरोहण के लिए रवाना हो गये हैं.

देहरादून: SDRF के मुख्य आरक्षी राजेन्द्र नाथ उत्तरी अमेरिका के अलास्का प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी माउंट देनाली के आरोहण के लिए रवाना हो गये हैं. SDRF सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने राजेन्द्र नाथ को फ्लैग ऑफ किया. इस दौरान SDRF सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने कहा राजेन्द्र नाथ को उनके मिशन के लिए शुभकामनाएं दी.

SDRF सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने कहा पर्वतारोहण एक साहसिक खेल है. उच्च हिमालय क्षेत्र में आपदा के दौरान पर्वतारोहण की टीम रेस्क्यू कार्य में बहुत सहायक साबित होती है. SDRF के प्रत्येक सदस्य के लिए पर्वतारोहण का विशेष महत्व है, इसलिए समय-समय पर पर्वतारोहण अभियानों में प्रतिभाग करने के लिए कर्मियों को प्रोत्साहित किया जाता है.

बता दें राजेन्द्र नाथ पूर्व में भी अनेक कीर्तिमान हासिल कर चुके हैं. उन्होंने विगत वर्षों में चंद्रभागा-13 (6264 मीटर), डीकेडी-2 (5670 मीटर), माउंट त्रिशूल (7120 मीटर) माउंट गंगोत्री प्रथम (6672 मीटर), माउंट श्रीकंठ (6133 मीटर), माउंट बलज्यूरी (5922 मीटर), माउंट बंदरपूंछ (5500 मीटर) का सफलता पूर्वक आरोहण किया है.

राजेंद्र नाथ ने यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुश(5642 मीटर), अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो (5895 मीटर) व दक्षिण अमेरिका महाद्वीप के अर्जेंटीना में स्थित सबसे ऊंची चोटी माउंट अंकोकागुआ (6961 मीटर) को सफलतापूर्वक फतह कर देश व उत्तराखंड पुलिस का नाम रोशन किया है. अब वे अलास्का प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी माउंट देनाली के आरोहण के लिए रवाना हो गये हैं.

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